मध्यप्रदेश में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और औद्योगिक निवेश को लेकर उमंग सिंघार ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इन्वेस्टर्स समिट को “आकर्षक मंचन, लेकिन ज़मीन पर शून्य नतीजे” करार देते हुए इसे “इन्विटेशन टू इवेंट” बताया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुए इन्वेस्टर्स समिट के आयोजनों से न तो प्रदेश में कोई ठोस निवेश आया, न ही युवाओं को रोज़गार मिला। इसी के साथ उन्होंने सवाल किया कि बेंगलूरु से आया निवेश का सपना धरातल पर कितना सच हुआ? मुख्यमंत्री मोहन यादव 14 मई को बेंगलुरू में आयोजित “इन्वेस्ट इन एमपी” सत्र में भाग लिया ताकि प्रदेश में औद्योगिक निवेश पहुंच सके..मगर इससे भी कुछ नहीं हुआ।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर सरकार पर साधा निशाना
‘मध्यप्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत में नतीजे शून्य हैं’ यह कहना है नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश सम्मेलन ऐसे हैं, जैसे शादी के कार्ड बांटे जाएं, मंडप सज जाए, लेकिन दूल्हा ही न आए।
उमंग सिंघार ने निवेश प्रस्तावों पर किए सवाल
उमंग सिंघार ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में किए गए ₹30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘सरकार यह बताने में असमर्थ है कि इनमें से कितने प्रस्ताव वास्तव में धरातल पर उतरे हैं। आंकड़ों के अनुसार FDI में मध्यप्रदेश का हिस्सा: 2019-2024 के बीच मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) का केवल 0.22% प्राप्त हुआ, जो कुल ₹4,563 करोड़ है। राष्ट्रीय स्तर पर पिछड़ापन: महाराष्ट्र (₹6.71 लाख करोड़) और कर्नाटक (₹4.27 लाख करोड़) जैसे राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश मीलों पीछे है।’
‘शादी के कार्ड बँट गए, मंडप सज गया, दूल्हा नहीं आया’
कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश सम्मेलन “शादी के कार्ड बांटने” जैसा हो गया है जहां मंडप सज जाए, स्टेज सज जाए लेकिन दूल्हा ही नहीं आए। उन्होंने बेंगलुरु में 14 मई को आयोजित “इन्वेस्ट इन एमपी” सत्र का जिक्र करते हुए कहा कि ‘मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वहां निवेश का सपना दिखाया लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हुआ। विश्व मंच पर अनदेखी उमंग सिंघार ने यह भी सवाल उठाया कि अगर मध्यप्रदेश में निवेश के लिए इतनी सुविधाएं हैं तो विश्व आर्थिक मंच (WEF) जैसे मंचों पर प्रदेश को क्यों नहीं बुलाया जाता? उन्होंने कहा, “अगर इन्वेस्टमेंट समिट से निवेश आता, तो मध्यप्रदेश नीति आयोग और भारत सरकार की रिपोर्ट्स में 10वें नंबर पर न होता।” युवाओं के लिए रोजगार की मांग करते हुए कहा कि युवाओं को सिर्फ ‘आकांक्षी’ कहने से उनका भविष्य उज्ज्वल नहीं होगा। उन्हें रोजगार चाहिए। उन्होंने सरकार से व्यापार सुगमता में सुधार और ठोस नीतिगत बदलावों की मांग की।
आज भोपाल में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार जी ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया. https://t.co/Vum3sU8S7c
— MP Congress (@INCMP) May 23, 2025