छत्रपति शिवाजी महाराज के ऐतिहासिक 12 किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। यह भारत और विशेष रूप से महाराष्ट्र के लिए एक ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण है। इसकी घोषणा होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मराठी भाषा में ट्वीट करते हुए प्रसन्नता जताई है और कहा कि इससे समृद्ध मराठा इतिहास के बारे में विश्वभर में प्रसार होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मराठी में लिखा है कि ‘इस सम्मान से हर भारतीय प्रसन्न है। इन ‘मराठा सैन्य परिदृश्यों’ में 12 भव्य किले शामिल हैं, जिनमें से 11 महाराष्ट्र में और 1 तमिलनाडु में है। जब हम गौरवशाली मराठा साम्राज्य की बात करते हैं, तो हम इसे सुशासन, सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक कल्याण पर ज़ोर से जोड़ते हैं। ये महान शासक किसी भी अन्याय के आगे न झुकने के अपने दृष्टिकोण से हमें प्रेरित करते हैं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे इन किलों का दौरा करें और मराठा साम्राज्य के समृद्ध इतिहास के बारे में जानें।’
महाराज शिवाजी के किलों को मिला यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में स्थान
पेरिस में आयोजित यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 47वें सत्र में ‘मराठा मिलिट्री लैंडस्केप्स ऑफ इंडिया’ के तहत भारत के बारह किलों को विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दी गई। यह भारत की 44वीं संपत्ति है जो यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची का हिस्सा बनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि “यह सम्मान हर भारतीय को गर्व से भर देता है। ये किले न सिर्फ मराठा साम्राज्य की सैन्य शक्ति के प्रतीक हैं बल्कि सुशासन, सांस्कृतिक समृद्धि और सामाजिक न्याय का प्रतीक भी हैं।’
विश्व धरोहर सूची में शामिल किले
जिन किलों को सूची में सम्मिलित किया गया है उनमें से 11 किले महाराष्ट्र में स्थित हैं, जबकि एक किला तमिलनाडु में है। ये किले तटीय चौकियों से लेकर पहाड़ी गढ़ों तक फैले हुए हैं, जो मराठा सैन्य रणनीति की परिष्कृत समझ को दर्शाते हैं। ये सभी किले 17वीं से 19वीं शताब्दी के बीच मराठा साम्राज्य की सैन्य रणनीति और स्थापत्य कला के प्रतीक हैं।
- शिवनेरी किला (पुणे): शिवाजी महाराज का जन्मस्थान।
- रायगढ़ किला: मराठा साम्राज्य की राजधानी, जहां 1674 में शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ।
- लोहगढ़ किला (लोनावाला): रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पहाड़ी किला।
- साल्हेर किला: मुगलों के खिलाफ महत्वपूर्ण युद्ध का गवाह।
- प्रतापगढ़ किला: मराठा सैन्य शक्ति का प्रतीक।
- राजगढ़ किला: स्वराज्य की रक्षा में महत्वपूर्ण।
- खंडेरी किला: समुद्री रक्षा का प्रमुख केंद्र।
- विजयदुर्ग किला: मराठा नौसेना की ताकत का प्रतीक।
- सिंधुदुर्ग किला: समुद्र तट पर निर्मित अभेद्य किला।
- सुवर्णदुर्ग किला: तटीय रक्षा का एक और उदाहरण।
- पन्हाला किला: मराठा इतिहास का महत्वपूर्ण गढ़।
- जिंजी किला (तमिलनाडु): मराठा साम्राज्य की दक्षिणी सीमा का प्रतीक, जिसे ‘पूर्व का ट्रॉय’ कहा जाता है।
प्रत्येक भारतीय या सन्मानाने आनंदित झाला आहे.
या ‘मराठा मिलिटरी लँडस्केप्स’ मध्ये 12 भव्य किल्ल्यांचा समावेष असून, ज्यापैकी 11 महाराष्ट्रात तर १ तामिळनाडू मध्ये आहे.
जेव्हा आपण गौरवशाली मराठा साम्राज्याबद्दल बोलतो, तेव्हा आपण त्याचा संबंध सुशासन, लष्करी ताकद, सांस्कृतिक अभिमान… https://t.co/J7LEiOAZqy
— Narendra Modi (@narendramodi) July 12, 2025





