इंदौर,आकाश धोलपुरे
प्रदेश में उपचुनाव के पहले वैसे ही सियासत गरमाई हुई है और ऐसे में दलबदल की बयार के बीच इंदोर के कांग्रेस विधायक ने कुछ ऐसा कह डाला जिससे सियासी हलकों में हलचल मच गई। हालांकि कुछ ही घंटों में शायद उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ और फिर उन्होने रात को कही अपनी बात पर माफी मांग ली।
इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला हाल के कुछ दिनों में मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। कभी वो ठेले वालों के सम्मान में ठेला चलाते दिखते हैं तो कभी कलेक्टर द्वारा मिलने से मनाही के बाद धरने पर बैठ जाते हैं। कभी वो व्यापारियों के बीच जाकर मध्य क्षेत्र की दुकानों को खुलवाने का संघर्ष करते दिखाई दिए तो कभी वो सोशल मीडिया पर बीजेपी को धन्यवाद प्रेषित करने पर सुर्खियां बंटोरते नजर आए। वहीं बुधवार को एक बड़ा विवाद खुद उनके बयान के बाद खड़ा हो गया, लेकिन अचानक मामला संभालते हुए उन्होंने अपनी भूल का सुधार कर लिया।
दरअसल बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला जनता के बीच पहुंचे थे और इसी दौरान मीडिया के सवाल पर उन्होंने कह दिया कि “दुर्भाग्यवश मैं कांग्रेस का विधायक हूँ”। बस फिर क्या था, विधायक संजय शुक्ला की बात के कई अलग अळग अर्थ राजनीतिक गलियारों में लगाए जाने लग। किसी को लगा कि वो कांग्रेस से नाराज हैं तो कोई इस बात की आशंका जताने लगा कि कांग्रेस का एक और विधायक अब बीजेपी में शामिल होने जा रहा है।
इन सब कयासों के चर्चा में तब्दील होने के बाद आखिरकार कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने मीडिया के सामने बुधवार रात को ही अपनी कही बात की सफाई दे दी। उन्होने कहा कि जिस समय उन्होंने ये बात कही थी उस समय वो मन्दिर तोड़ने की बात को लेकर आक्रोशित था और जनता उनके साथ थी, ऐसे में आक्रोश में उस समय बात करने के दौरान गलती से उनके मुंह से ये शब्द निकल गए। संजय शुक्ला का कहना है कि मैंने गलती की है और मैं इस पर क्षमा मांगता हूँ। भगवान ने जबान दी है और हमसे गलती हो जाती है तो उस पर क्षमा मांगने से भी कोई गुरेज नही होना चाहिए।
फिलहाल, इंदौर विधायक का आवेश में आकर दुर्भाग्यवश खुद को कांग्रेस विधायक बोलना और फिर कुछ ही घंटों बाद माफी मांग लेने से एक तरफ बीजेपी को बैठे बिठाए एक मुद्दा देने जैसा ही है।