भोपाल। आमतौर पर चुनाव से सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों को दूर रखा जाता है। कोई भी राजनीतिक दल न तो अफसरों के नाम के उपयोग करता और न ही उनके काम का उपयोग वोट वटोरने के लिए कर सकता है, लेकिन शहडोल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई विधायक प्रमिला सिंह ने मंच से एक आईएएस को शहडोल कलेक्टर बनाकर लाने का ऐलान किया है। आईएएस लोकेश जांगिड़ शहडोल के जयसिंहनगर नगर में एसडीएम रह चुके हैं।
शहडोल में पूर्व क्रिकेटर एवं पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की कांग्रेस के पक्ष में चुनावी सभा थी। इसी सभा की मंच से विधायक प्रमिला सिंह ने ऐलान किया कि कांग्रेस की सरकार आई तो आईएएस लोकेश जांगिड़ को शहडोल का कलेक्टर बनाकर लाया जाएगा। शहडोल को जांगिड़ जैसे कलेक्टर की जरूरत है। जब विधायक ने यह ऐलान किया तो भीड़ ने तालियां बजाकर स्वागत किया। चुनावी सभा में विधायक का मंच से आईएएस को कलेक्टर बनाए जाने का ऐलान करने का मामला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
6 महीने से मंत्रालय में पदस्थ
आईएएस लोकेश जांगिड़ अपनी ईमानदार और सख्त प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर शुरू से ही चर्चा में रहे हैं। वे सबसे पहले तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने श्योपुर जिले में विजयपुर एसडीएम रहते कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी की थी। तब कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत की शिकायत पर उन्हें हटाकर मंत्रालय पदस्थ किया था। इसके बाद उन्हें शहडोल के जयसिंहनगर का एसडीएम बनाया गया। एसडीएम रहते उन्होंने वर्षों से एक ही स्थान पर जमे भ्रष्टाचार के आरोपी पटवारियों के हलके बदल दिए और तबादले किए। तब प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कलेक्टर को नोटशीट लिखकर पटवारियों के तबादले निरस्त किए। इतना ही भूमाफिया, अतिक्रमण को लेकर भी सख्त कार्रवाई की। जिसमें सबसे ज्यादा भाजपा नेता प्रभावित हुए। स्थानीय भाजपा नेताओं ने एसडीएम की सख्ती की शिकायत सीधे सीएम से की और जांगिड़ को फिर मंत्रालय पदस्थ कर दिया। जांगिड़ के तबादले के विरोध में शहडोल में जनता सड़क पर उतरी। पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक से जांगिड़ का तबादला निरस्त कराने की मांग की गई। वे पिछले छह महीने से मंत्रालय में उप सचिव है। हालांकि उनकी बैच (2014 )के सभी अफसर फील्ड में पदस्थ हैं।