Umang Singhar reaction on Jyotiraditya Scindia’s statement : कांग्रेस ने विजयपुर उपचुनाव को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर उन्हें घेरा है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ के साथ बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि क्या पार्टी को उन्हें पीले चावल भेजना चाहिए था। दरअसल सिंधिया ने कहा था कि ‘अगर मुझे कहा जाता तो मैं ज़रूर जाता’। सवाल ये भी उठ रहे हैं कि बीजेपी की हार के बाद उनका ये बयान अपनी ही पार्टी को लेकर किसी तरह की नाराज़गी का इज़हार तो नहीं है।
कांग्रेस से बीजेपी में आए और मंत्रीपद पाए रामनिवास रावत की हार के बाद मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में इस मुद्दे पर चर्चाओं का दौर जारी है। विजयपुर सीट पर मिली जीत से कांग्रेस उत्साहित है वहीं रावत समर्थकों और बीजेपी के पुराने नेता-कार्यकर्ताओं के बीच भी आरोप प्रत्यारोप जारी हैं। इसी बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान ने इन चर्चाओं को और हवा दे दी है।
सिंधिया के बयान पर बवाल
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया वर्तमान में ग्वालियर के चार दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने विजयपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार को लेकर उनसे सवाल किए गए। जब पूछा गया कि ऐसा कहा जा रहा है कि उनके वहां न जाने के कारण ये परिणाम आए हैं तो जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ‘हमें चिंतन करना होगा। ज़रूर चिंता की बात है। मतों में बढ़ोत्तरी हुई है। अगर मुझे कहा जाता तो मैं ज़रूर जाता।’ इस तरह उन्होंने साफ कर दिया कि उन्हें विजयपुर चुनाव के प्रचार के लिए नहीं कहा गया था।
MP Breaking News से बात करते हुए उमंग सिंघार ने कही ये बात
इस मामले को लेकर अब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सिंधिया पर निशाना साधा है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘किसी के घर की शादी तो थी नहीं कि उनको पीले चावल दिए जाते। पार्टी का काम था, पार्टी ने आपको केंद्रीय मंत्री बनाया है। इतना सम्मान दिया है तो आपको खुद आगे होकर जाना चाहिए।’ उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘अब बीजेपी से कहूंगा कि अगली बार उनको पीले चावल भिजवाएं’।
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या सिंधिया के जाने से विजयपुर चुनाव परिणामों पर कुछ असर पड़ता तो इसके जवाब में उमंग सिंघार ने कहा कि वो कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। सात में से छह बार कांग्रेस वहां जीती है इसलिए किसी के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। ये वहां के कार्यकर्ताओं की जीत है। वहां के वोटरों की जीत है। इसलिए किसी के आने जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। आदिवासियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए आदिवासी हमेशा एक बड़ा वोट बैंक रहा है और कांग्रेस ने हमेशा दलित आदिवासी किसानों की बात की है। सिंघार ने कहा कि इस चुनाव के नतीजे बदलाव की हरी झंडी है प्रदेश में 2028 के लिए और निश्चित तौर पर इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा।