Video: विश्वास सारंग ने दिग्विजय को कहा देशद्रोही, कांग्रेस से स्पष्टीकरण की मांग

विश्वास सारंग

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। राज्यसभा सांदस दिग्विजय सिंह द्वारा आर्टिकल 370 को लेकर दिए गए बयान ने तूल पड़क लिय है। क्लब हाउस में दी गई उनकी इस टिप्पणी पर बीजेपी हमले बोल रही है। एक तरफ गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान को उनकी सोची रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा है कि दिग्विजय वहां बसने जा रहे हिंदुओं और विशेषकर कश्मीरी पंडितों के मन में एक बार फिर यह भय पैदा करना चाहते हैं। वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी दिग्विजय सिंह को पाकिस्तानी समर्थक करार दिया है गद्दार और देशद्रोही कहा है।

नरोत्तम का वार-“कश्मीरी पंडितों के मन में भय पैदा कर रहे दिग्विजय”

विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि “वे गद्दार है। खाते हिंदुस्तान की है, गाते पाकिस्ता की है। ये आज का मामला नहीं है, कांग्रेस पूरी तरह से पाकिस्तान परस्ती का काम कर रही है।” विश्वास सारंग ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने लेडी माउंटबेटन के साथ मिलकर हिंदुस्तान के टुकड़े करने का काम किया था, वही डीएनए आज भी कांग्रेस के नेताओं में मौजूद है। जिस तरह कश्मीर को भारत से अलग करने के लिए जवाहरलाल नेहरू ने धारा 370 लगाई थी और उनके समय से ही कांग्रेस के नेताओं ने इस देश में अराजकता फैलाने का काम किया है।

विश्वास सारंग ने कहा कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी हो, दिग्विजय सिंह हो चिदंबरम या मणिशंकर अय्यर, कमलनाथ हो या अन्य कोई कांग्रेस नेता…ये सब पाकिस्तान के एजेंडे और कश्मीर के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि दिग्विजय सिंह भूल रहे हैं कि इस देश की सदन में धारा 370 हटाई गई थी। ये लोकतंत्र के आधार पर चलने वाला देश है, यह नेहरू परिवार के साम्राज्यवाद का देश नहीं है। सारंग ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के पाप को धोने का काम प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने किया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस को आगे आकर इस बयान का स्प्ष्टीकरण देना चाहिए नहीं तो उनके इस बयान को कांग्रेस का ऑफिशियल बयान माना जाएगा।


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News