Parenting Tips : आजकल बच्चों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग एक गंभीर मुद्दा बन गया है। अधिकतर बच्चे अपने मोबाइल फोन का उपयोग वीडियो गेम्स, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स और ऐप्स जैसे मनोरंजन के लिए करते हैं। दरअसल, कोरोना काल में घर से बाहर जाना बंद था। इस दौरान बच्चों को उनके पेरेंट्स ने मोबाइल देकर बहुत बड़ी गलती की। जिसका नतीजा है कि आज दुनिया में लगभग 80% बच्चे मोबाइल पर ही अपना ज्यादा समय बिताते हैं। जिसके कारण उन्हें बचपन से ही आंखों में तकलीफ समेत कई सारी समस्याएं घेर लेती है। आपने देखा होगा बहुत छोटे उम्र से ही बच्चों को बहुत ज्यादा पावर वाले चश्मे का इस्तेमाल करना पड़ता है। जिसका कारण यह है कि, वह दिनभर मोबाइल में घुसे रहते हैं। जिससे वो चिड़चिड़ापन, अधिक गुस्सा करना, किसी की बात ना सुनना जैसी बुरी आदत के शिकार हो जाते हैं। तो चलिए आज क्या आर्टिकल में हम आपको बच्चों के मोबाइल की लत से निजात दिलाने के लिए कुछ उपाय बताएंगे…
भरपूर नींद
बच्चों के लिए नींद बहुत महत्वपूर्ण होती है और स्मार्टफोन का उपयोग नींद के पैटर्न को बदल देता है। बता दें कि स्क्रीन के प्रकाश से उत्पन्न होने वाले ब्लू लाइट से नींद पर गहर असर पड़ता है। स्मार्टफोन की लत न केवल बच्चों के जीवन में शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक विकास को भी प्रभावित करती है। इसलिए उन्हें समय पर सुलाएं और समय से जगाएं।
मोबाइल मत छीनें
जब बच्चों को उनके किसी पसंदीदा काम को करने से रोका जाता है तो वे काफी निराश हो जाते हैं और कई बार उनमें चिड़चिड़ापन भी आ जाता है। इसलिए उनसे मोबाइल फोन छीनने के बजाय उन्हें चेतावनी देनी चाहिए। इसके अलावा, आप अपने बच्चों मोबाईल देखने का समय भी निर्धारित कर सकते हैं। इससे उन्हें स्वस्थ रहने के साथ- साथ उनकी शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास में भी मदद मिलती है।
बच्चे को बाहर घूमाएं
बच्चों को प्रकृति से जुड़ाव रखना बहुत जरूरी है। प्रकृति से जुड़ने से बच्चों में अनुशासन, सहनशीलता, जिज्ञासा, संवेदनशीलता और धैर्य की भावना विकसित होती है। इससे बच्चों की स्वास्थ्य भी अच्छी बनी रहती है। उन्हें तालाब, वन, पार्क जैसे स्थानों पर ले जाने से उनके जीवन में खुशहाली आती है जो उन्हें भविष्य में एक सफल व्यक्ति बनने के लिए आवश्यक होती है।
विकास के लिए खतरनाक
स्मार्टफोन की लत बच्चों के विकास के लिए खतरनाक हो सकती है। स्मार्टफोन का उपयोग बच्चों के जीवन में आम हो गया है लेकिन यह उनके समय और विकास के लिए बुरा हो सकता है। अधिक से अधिक स्क्रीन टाइम उनके शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक विकास को प्रभावित करता है।
फोन लॉक
सबसे पहले आप अपने फोन में लॉक लगाएं। जिसे अपने बच्चों को बिल्कुल भी ना बताएं और जरूरत पड़ने पर आप खुद ही अपने लॉक को उनसे छुपा कर खोलें। जिससे उन्हें लॉक का पता ना चले। वहीं उन्हें फोन देने के बाद एक समय सीमा तैयार कर लें। उतने समय के बाद आप उनसे फोन वापस ले लें।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। MP Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है।)