क्या आप भी हर कभी Contact Lenses का करते हैं इस्तेमाल, पहनने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

Contact Lenses: कॉन्टैक्ट लेंस आंखों की रोशनी को सही करने का एक लोकप्रिय तरीका है। लेकिन, इनका सही तरीके से इस्तेमाल न करने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, कॉन्टैक्ट लेंस लगाने वाले लोगों को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।

lenses

Contact Lenses: कॉन्टैक्ट लेंस आंखों की रोशनी को सही करने का एक लोकप्रिय विकल्प बन गए हैं, लेकिन इनका गलत इस्तेमाल आंखों के लिए घातक साबित हो सकता है। हाल ही में, टीवी एक्ट्रेस जैस्मिन भसीन के साथ हुआ हादसा इसका एक उदाहरण है। कॉन्टैक्ट लेंस को ठीक से न पहनने के कारण उनकी आंखों की कॉर्निया को नुकसान पहुंचा और उन्हें गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ा। कॉन्टैक्ट लेंस को बिना डॉक्टर की सलाह के और सावधानियां बरते बिना इस्तेमाल करने से आंखों में संक्रमण, सूजन और दृष्टि कमजोर होने जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहद जरूरी है।

कॉर्निया को स्वस्थ रहने के लिए ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है। लंबे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से कॉर्निया तक ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे कॉर्निया को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है। अगर लेंस को साफ नहीं रखा जाता है तो बैक्टीरिया और वायरस कॉर्निया में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है। सूखी आंखें कॉर्निया को रगड़ सकती हैं और उसमें खरोंचें लगा सकती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। इसके अलावा, अगर लेंस आंख में ठीक से फिट नहीं होते हैं तो वे कॉर्निया को लगातार रगड़ते रहते हैं, जिससे खरोंच और संक्रमण हो सकता है। इन सभी समस्याओं का सीधा असर दृष्टि पर पड़ता है और गंभीर मामलों में स्थायी रूप से दृष्टि खराब हो सकती है। इसलिए, कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से पहले किसी आंख विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहद जरूरी है।

क्या करें

  • हर 6-12 महीने में एक बार आंखों की जांच जरूर करवाएं। इससे यह सुनिश्चित हो जाएगा कि आपके लेंस अभी भी सही फिट हो रहे हैं और आपकी आंखें स्वस्थ हैं।
  • लेंस सॉल्यूशन को हर दिन बदलें और लेंस केस को हफ्ते में एक बार गर्म पानी और सर्फ से साफ करें।
  • सोते समय हमेशा लेंस निकाल दें। कुछ विशेष प्रकार के लेंस को ही डॉक्टर की सलाह से सोते समय पहना जा सकता है।
  • इन जगहों पर पानी में कई तरह के कीटाणु होते हैं जो आपकी आंखों को संक्रमित कर सकते हैं।
  • अगर आप यात्रा पर जा रहे हैं तो एक्स्ट्रा लेंस और सॉल्यूशन साथ रखें।
  • धूल और अन्य कण आपकी आंखों में जा सकते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

क्या न करें

  • पानी में बैक्टीरिया होते हैं जो आपकी आंखों को संक्रमित कर सकते हैं। हमेशा लेंस सॉल्यूशन का ही इस्तेमाल करें।
  • यह बहुत ही हानिकारक है और इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  • हर व्यक्ति की आंखें अलग होती हैं और लेंस को शेयर करने से संक्रमण फैल सकता है।
  • मेकअप के कण आपकी आंखों में जा सकते हैं और लेंस को खराब कर सकते हैं।
  • लेंस को बहुत लंबे समय तक न पहनें

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


About Author
भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News