गर्मियों में तेज़ धूप और पसीने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो ड्राय माउथ (ज़ीरोस्टोमिया) का बड़ा कारण है। लार दाँतों को बैक्टीरिया और प्लाक से बचाती है, लेकिन इसकी कमी से कैविटी, साँस की बदबू, और मसूड़ों की बीमारी बढ़ती है।
भारत में 60% लोग कैविटी और 85% मसूड़ों की समस्या से जूझते हैं, और गर्मियों में डेंटल केस 20% ज़्यादा होते हैं। डिहाइड्रेशन के अलावा चीनी वाली आइसक्रीम, सोडा, और कम ब्रशिंग भी दाँतों को नुकसान पहुँचाते हैं। सही टिप्स अपनाकर इन समस्याओं से बचा जा सकता है। गर्मियों में 35-45°C तापमान में डिहाइड्रेशन आम है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में। ड्राय माउथ न सिर्फ़ दाँतों को नुकसान पहुँचाता है, बल्कि स्वाद, चबाने, और निगलने में भी दिक्कत करता है। अगर आप गर्मियों में अपने दाँतों को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो ड्राय माउथ के जोखिम और बचाव के टिप्स जानना ज़रूरी है।

गर्मियों में ड्राय माउथ और कैविटी का ख़तरा
गर्मियों में ड्राय माउथ की समस्या डिहाइड्रेशन की वजह से बढ़ती है। शरीर का 99% लार पानी से बनती है, जो दाँतों को साफ़ रखती है, बैक्टीरिया के एसिड को न्यूट्रलाइज़ करती है, और इनेमल को मज़बूत करती है। कम लार से प्लाक और बैक्टीरिया तेज़ी से बढ़ते हैं, जिससे दाँतों का इनेमल कमज़ोर होता है और कैविटी बनती है। ड्राय माउथ के लक्षणों में मुंह सूखना, साँस में बदबू, स्वाद में कमी, चबाने या निगलने में दिक्कत, और कभी-कभी ओरल थ्रश (फंगल इन्फेक्शन) शामिल हैं।
कैविटी के अलावा ड्राय माउथ से मसूड़ों की बीमारी, डेंटल इम्प्लांट्स में इन्फेक्शन (पेरी-इम्प्लांटाइटिस), और मुंह के छाले हो सकते हैं। गर्मियों में चीनी वाली चीज़ें like आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स , ज़्यादा खाना और कम पानी पीना इस जोखिम को और बढ़ाता है। बच्चों में दूध के दाँतों में कैविटी और बुजुर्गों में दवाओं की वजह से ड्राय माउथ आम है। अगर आप गर्मियों में बाहर ज़्यादा वक्त बिताते हैं, तो डिहाइड्रेशन और डेंटल प्रॉब्लम्स का ख़तरा और बढ़ जाता है।
कैविटी से बचने के टिप्स
ड्राय माउथ और कैविटी से बचने के लिए कुछ आसान टिप्स अपनाए जा सकते हैं।
- हाइड्रेशन: दिन में 2-3 लीटर पानी पिएँ। नारियल पानी या शुगर-फ्री ड्रिंक्स लें, और शराब या कैफीन कम करें, क्योंकि ये डिहाइड्रेट करते हैं। हमेशा पानी की बोतल साथ रखें।
- ब्रशिंग और फ्लॉसिंग: दिन में दो बार फ्लोराइड टूथपेस्ट से ब्रश करें और रोज़ फ्लॉस करें, ताकि दाँतों के बीच का प्लाक हटे। अल्कोहल-फ्री माउथवॉश यूज़ करें, जो बैक्टीरिया कम करता है।
- डाइट: चीनी वाले स्नैक्स और ड्रिंक्स (सोडा, आइसक्रीम) कम करें, क्योंकि ये बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। सेब, खीरा, गाजर, और सेलेरी जैसे फल-सब्जियाँ खाएँ, जो लार बढ़ाते हैं। चीज़ और दही जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स इनेमल को मज़बूत करते हैं।
- अतिरिक्त टिप्स: शुगर-फ्री गम चबाएँ, जो लार बढ़ाता है। हफ्ते में 1-2 बार नारियल तेल से 15 मिनट ऑयल पुलिंग करें, जो पीलापन और प्लाक कम करता है। हर 6 महीने डेंटल चेकअप कराएँ, ताकि कैविटी या दूसरी प्रॉब्लम्स जल्दी पकड़ में आएँ। इन टिप्स से गर्मियों में दाँतों को हेल्दी रखना आसान है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News न्यूज़ नहीं करता।