9 इंच की प्लेट में खाना खाने जल्दी घटेगा वजन, जानिए क्या है वजन और खाने का कनेक्शन

डेस्क रिपोर्ट। वजन घटाने के लिए तमाम कोशिश करने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि वजन घटाने के लिए खाना बहुत जरूरी है. ये डायटीशियन भी ताकीद कर चुके हैं कि सही तरीके से खाना खाने वाले लोग मील स्किप करने वालों की तुलना में जल्दी वेटलॉस करते हैं. वजन घटाने के लिए न सिर्फ आपके तौर तरीके बल्कि वो थाली भी मायने रखती है जिसमें आप रोज खाना खाते हैं. ऐसे कुछ खास तौर तरीकों को माइंडफुल ईटिंग कहते हैं. जिसका मोटेतौर पर ये मतलब समझा जा सकता जा सकता है कि ऐसा खाना जिसमें खाएं कम लेकिन न्यूट्रीशन पूरे मिलें और पेट भी ज्यादा भरे.

जानिए क्या है माइंडफुल ईटिंग
खाना बहुत इत्मीनान से बैठकर और शांति के साथ खाना चाहिए. खाने को खत्म करने की जल्दबाजी नहीं होना चाहिए. बल्कि हर खाने को पूरा स्वाद लेकर खाएं. इससे भूख मिटती है और खाना खाने से संतोष भी मिलता है. भोजन किसी भी तरह का हो मांसाहारी या शाकाहारी. उसे इसी तरह खाया जाना चाहिए. माइंडफुल ईटिंग का सीधा सा कॉन्सेप्ट ये है कि खाना ऐसे खाएं कि तन भी संतुष्ट हो और मन भी.


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।