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Sun, Dec 7, 2025

हिमाचल में अब हार्ट का भी MRI, CM सुक्खू ने कहा- चार मेडिकल कॉलेजों में लगेगी आधुनिक थ्री टेस्ला मशीन

Written by:Neha Sharma
हिमाचल प्रदेश के लोगों को अब दिल की जांच के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। प्रदेश में अब हार्ट का एमआरआई करना संभव होगा। नई मशीनों के लगने से राज्य के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
हिमाचल में अब हार्ट का भी MRI, CM सुक्खू ने कहा- चार मेडिकल कॉलेजों में लगेगी आधुनिक थ्री टेस्ला मशीन

हिमाचल प्रदेश के लोगों को अब दिल की जांच के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि प्रदेश में अब हार्ट का एमआरआई (Cardiac MRI) करना संभव होगा। इसके लिए चार मेडिकल कॉलेजों और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना (शिमला) में अत्याधुनिक थ्री टेस्ला एमआरआई मशीनें स्थापित की जा रही हैं। अभी तक यह सुविधा केवल पीजीआई चंडीगढ़ और एम्स नई दिल्ली में उपलब्ध थी। नई मशीनों के लगने से राज्य के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

CM सुक्खू का बड़ा ऐलान

मुख्यमंत्री ने बताया कि आईजीएमसी शिमला में थ्री टेस्ला एमआरआई मशीन लग चुकी है और जल्द ही इससे जांच शुरू होगी। यह मशीन अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और हार्ट समेत अन्य जटिल जांचों को सटीकता से करने में सक्षम है। अभी तक आईजीएमसी में 20 साल पुरानी मशीन से काम चलाया जा रहा था। इसके अलावा मंडी, हमीरपुर, चंबा, टांडा (कांगड़ा) और चमियाना अस्पताल में भी ऐसी मशीनें लगाई जाएंगी। सामान्य एमआरआई मशीनें दिल की जांच नहीं कर पातीं, जबकि नई थ्री टेस्ला मशीनें सॉफ्ट टिशू और कार्डियक स्ट्रक्चर का बेहद स्पष्ट विश्लेषण कर सकती हैं।

चंबा मेडिकल कॉलेज को मिलेगी ये सौगात

सीएम सुक्खू ने बताया कि चंबा मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने के लिए फुल रूम डिजिटल रेडियोग्राफी मशीन खरीदी जा रही है। इसके साथ ही वहां डिजिटल मेमोग्राफी और कलर डॉप्लर उपकरण भी लगाए जाएंगे। इन मशीनों से कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों की शुरुआती पहचान में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि हमीरपुर मेडिकल कॉलेज को एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जरी सेट से लैस किया जा रहा है। इस सेट में हाई-डेफिनिशन कैमरा लगाया जाएगा, जिससे ऑपरेशन अधिक सटीक और सुरक्षित होंगे। सर्जरी के क्षेत्र में यह बड़ा तकनीकी सुधार साबित होगा, जिससे मरीजों की रिकवरी तेज होगी और जोखिम भी कम रहेगा।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) के लिए 28 लाख ग्लूको स्ट्रिप्स खरीदी जा रही हैं। इससे ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में शुगर टेस्ट अब घर-द्वार पर ही संभव होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं नजदीक ही उपलब्ध कराई जाएं ताकि किसी को बड़े शहरों का रुख न करना पड़े।