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Sun, Dec 7, 2025

गोवर्धन पूजा में शामिल हुए सीएम डॉ मोहन यादव, बोले- सरकार और समाज के सहयोग से गौशालाएं बनेंगी ‘गौ मन्दिर’

Written by:Atul Saxena
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में खुले में विचरण करने वाली निराश्रित गायों को पिंजरे में नहीं बल्कि गौ-शालाओं में सुरक्षित रूप से रखने के प्रबंध कर उनकी बेहतर देखभाल की जायेगी।
गोवर्धन पूजा में शामिल हुए सीएम डॉ मोहन यादव, बोले- सरकार और समाज के सहयोग से गौशालाएं बनेंगी ‘गौ मन्दिर’

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज इंदौर की सांवेर विधानसभा के  हातोद में रेशम केंद्र गौशाला में आयोजित गोवर्धन पूजा में शामिल हुए, उन्होंने गौवंश की पूजा की, गोवर्धन भगवान की पूजा की और प्रदेशवासियों के लिए सुख समृद्धि, आरोग्य की कामना की, मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सरकार और समाज के सहयोग से गौशालाओं को गौ मंदिर बनायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज और सरकार के सहयोग से प्रदेश की गौ-शालाओं को गौ-मंदिर के रूप में विकसित किया जायेगा। गौ-शालाओं में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। गौ-शालाओं के विकास और उनके स्वावलंबन के लिये हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को भी प्रोत्साहित किया जायेगा। प्राकृतिक रूप से तैयार उपज पर किसानों को समर्थन मूल्य के साथ ही अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में गौ-शालाओं का संचालन नगरीय निकायों द्वारा सुव्यवस्थित रूप से किया जायेगा।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय रहे मौजूद 

 मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोवर्धन पूजन किया। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री  तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद  शंकर लालवानी और सांसद कविता पाटीदार, विधायक मधु वर्मा,  रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला, अनुसूचित जाति एवं वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, आईजी अनुराग, पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, स्वामी अच्युतानंद महाराज, डॉ. वीरेन्द्र जैन, नगर निगम इंदौर के एमआईसी मेम्बर, पार्षदगण आदि मौजूद थे।

गाय का दूध अमृत, सेवन से बीमारियां दूर होती हैं 

मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय का दूध अमृत है। उसमें सबसे अधिक पोषक तत्व होते है। गाय के दूध के सेवन से बीमारियां दूर होती है और व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ और आनंदित पाता है। गौ-माता दोहरा पोषण करती है। वह अपने बछड़े के पालन के साथ-साथ मानव जाति का भी पोषण करती है। हर युग में हर आश्रम में गौ-माता पाली जाती थी और जगह-जगह गौ-पालन होता था। परम्परागत रूप से घरों में पहली रोटी गाय के लिये बनाई जाती है।

गोवर्धन पर्वत को आकर्षक स्वरूप देने वाली बालिका को किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर निर्मित किये गए गोवर्धन पर्वत की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने गोवर्धन पर्वत की साज-सज्जा कर आकर्षक स्वरूप देने वाली बालिका महक शर्मा को सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप उसे 5 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी। साथ ही उन्होंने बालिका को 11 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।

 गौ-शालाओं के विकास के लिये जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील 

नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि गौ-शालाओं के विकास के लिये सभी जनप्रतिनिधि भी आर्थिक सहयोग दें। उन्होंने कहा कि गौ-माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। गौ-माता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। हम अपने बच्चों का जन्मदिन केक काटने की बजाय गौ-शाआओं की सेवा करके मनायें। गौ-पालक गाय के बछड़े को बेचने की बजाय उसे गौ-शाला में दें। उन्होंने कहा कि गोबर और गोमूत्र से गौ-शालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किये जाने की जरूरत है।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट