इंदौर। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘नर्मदा प्रवाह यूनिटी मार्च’ का बुधवार को इंदौर में भव्य शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छोटी ग्वालटोली में सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यात्रा को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद वे कैबिनेट सहयोगियों के साथ रथ पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुए।
नागपुर से इंदौर पहुंची इस यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश देना है। मुख्यमंत्री यादव एयरपोर्ट से सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचे और यात्रा का शुभारंभ किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विश्वास सारंग, तुलसी सिलावट समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
नागपुर से गुजरात तक एकता की दौड़
यह यूनिटी मार्च नागपुर से शुरू हुआ है और इसका समापन गुजरात में होगा। इंदौर के बाद यह यात्रा धार और झाबुआ जिलों से होते हुए गुजरात के गोधरा में प्रवेश करेगी। इस यात्रा में देश के विभिन्न राज्यों से आए लगभग 350 धावक हिस्सा ले रहे हैं। ये धावक नागपुर से गुजरात तक दौड़कर एकता का संदेश देंगे।
शहर में 300 से ज्यादा मंचों से स्वागत
इंदौर में यूनिटी मार्च और इसमें शामिल धावकों के स्वागत के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। शहर में यात्रा मार्ग पर 300 से अधिक मंच बनाए गए हैं, जहां सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और उत्साह के साथ धावकों का अभिनंदन किया जाएगा। इसके अलावा, यात्रा के दौरान सरदार पटेल के जीवन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी, पौधारोपण, स्वच्छता अभियान, लोक नृत्य और युवा संवाद जैसी गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।
“यह यात्रा न केवल सरदार पटेल के आदर्शों का स्मरण कराती है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के संकल्प को भी मजबूत करती है।” — डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोने का जो महान कार्य किया, यह यात्रा उसी भावना को आगे बढ़ाती है। उन्होंने इस आयोजन में शामिल सभी धावकों और नागरिकों की सराहना की।
शकील अंसारी की रिपोर्ट





