इंदौर EOW ने आज नगर निगम इंदौर में पदस्थ सहायक राजस्व अधिकारी और बिल कलेक्टर को एक स्क्रैप व्यापारी से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, खास बात ये है कि निगम अधिकारी और कर्मचारी बेख़ौफ़ होकर निगम कार्यालय में ही अपनी सरकारी कुर्सी पर रिश्वत ले रहे थे, ई ओ डब्ल्यू ने उन्हें वहीं दबोच लिया।
मध्य प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर जीरो टोलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए है जिसका परिणाम ये हुआ है कि घूसखोर शासकीय सेवक भले ही अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे लेकिन लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू जैसी एजेंसियां उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच रही हैं इसी क्रम में आज इंदौर में बड़ा एक्शन ईओडब्ल्यू ने लिया है।
EOW ने इंदौर नगर निगम में दो रिश्वतखोर पकड़े
डीएसपी कन्हैया लाल डांगी ने मीडिया को जानकरी दी कि स्क्रैप व्यापारी संतोष सिलावट ने इंदौर ईओडब्ल्यू कार्यालय में एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने नगर निगम जोन-19 में पदस्थ सहायक राजस्व अधिकारी (ARO) पुनीत अग्रवाल और बिल कलेक्टर रोहित सावले पर 50 हाजर रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप लगाये थे।
गोदाम को सील करने की धमकी देकर मांगी रिश्वत
व्यापारी ने शिकायती आवेदन में कहा कि दोनों उसके गोदाम को सील करने की धमकी दे रहे हैं और रिश्वत मांग रहे हैं जबकि उसने अभी गोदाम खोला है, व्यापारी की शिकायत पर एसपी रामेश्वर यादव ने सत्यता की जाँच के आदेश दिए जिसमें सहायक राजस्व अधिकारी (ARO) पुनीत अग्रवाल और बिल कलेक्टर रोहित सावले 40 हजार रुपये रिश्वत लेने पर तैयार हो गए।
रिश्वत हाथ में आते हो EOW ने घूसखोरों को दबोचा
रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि होने के बाद EOW ने ट्रैप प्लान की और आज निर्धारित समय पर व्यापारी को रिश्वत की राशि लेकर नगर निगम कार्यालय भेजा और जैसे ही स्क्रैप व्यापारी संतोष सिलावट ने सहायक राजस्व अधिकारी पुनीत अग्रवाल और बिल कलेक्टर रोहित सावले को रिश्वत दी EOW की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज
ईओडब्ल्यू ने आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और उनके खिलाफ प्रकरण तैयार किया है। EOW की कार्रवाई से निगम प्रशासन और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट





