इंदौर| एक तरफ प्रदेश सरकार ने दीपावली के पहले प्रदेश के सभी कर्मचारियों को वेतन जारी करने का निर्देश दिया था, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों को बीते तीन माह से अधिक समय से वेतन नहीं मिला है। प्रदेशभर के लगभग 45 हजार कर्मचारियों को दीपावली के बाद वेतन मिलने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन दीपावली का त्यौहार निकल जाने के बाद भी कर्मचारियों को अब तक वेतन जारी नहीं किया गया है। अपनी पीड़ा को जाहिर करने और जिम्मेदारों की आंखें खोलने के लिए सैकड़ों कर्मचारियों ने शनिवार को इंदौर में अनूठा प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने पोलो ग्राउंड स्थित पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य कार्यालय के गेट पर अधिकारियों और आने जाने वालों से भीख मांग कर यह जताने का प्रयास किया कि वेतन के अभाव में उन्हें कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि बीते कई महीनों से उन्हें सेलेरी नहीं मिली है। इस वजह से उन्हें कई तरह की मानसिक और शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि कई कर्मचारी अपने बच्चों की स्कूल की भरने में भी असमर्थ हो गए हैं। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम से ब्लैक लिस्टेड ए टू जेड कंपनी को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मिलीभगत के जरिए कंपनी का कर्ताधर्ता बना रखा है। कंपनी की मनमानी और कर्मचारियों के प्रति बेरुखी की वजह से प्रदेशभर के आउट सोर्स कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।अकेले इंदौर शहर में ही लगभग 22 सौ कर्मचारियों को बीते 3 माह से अधिक समय से सैलरी नहीं मिली है।