इंदौर के थाना खजराना से इन्वेस्टमेंट के नाम पर रुपया दुगना करने की बात कहकर ठगी करने का मामला सामने आया है। फरियादी प्रभु सिंह ने खुद के साथ हुए इस फ्रॉड की शिकायत दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के आधार पर अब पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
एडिशनल डीसीपी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक फरियादी और फ्रॉड करने वाला एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं। इसी पहचान का फायदा उठाकर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है। मुकदमा दर्ज करते हुए मुकेश नामक आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है।
पहचान के जरिए फ्रॉड
घटना को लेकर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि फरियादी और फ्रॉड करने वाला पहले से परिचित हैं। आरोपी ने यह कहते हुए 5 लाख रुपए लिए थे कि वह इन्हें दुगना कर देगा। चार-पांच महीने तक उसने कुछ हजार रुपए फरियादी को दिए भी। इसके बाद यह बताया कि एक नई स्कीम आई है जिसके चलते पैसा जल्दी डबल हो जाएगा। लालच में आकर फरियादी ने 500000 रुपए ओर आरोपी को दे दिए। इसके बाद जब उसने पैसे मांगे तो आरोपी ने कहा कि अकाउंट ब्लॉक हो गया है नया अकाउंट खुलवाकर मैं तुम्हारा पैसा दे दूंगा। पैसा तो नहीं मिला लेकिन फरियादी से फिर 50000 रुपए मांगे गए तब उसे समझ आया कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है।
एक्शन मोड में पुलिस
धोखाधड़ी का एहसास होने के बाद फरियादी तत्काल खजराना थाने पर पहुंचा और अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। मामला सुनने के बाद मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। डीसीपी के मुताबिक इस तरह की एक धोखाधड़ी हैदराबाद में भी आरोपी द्वारा की गई है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी के विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है। पुलिस आरोपी की तलाश में लगी हुई है।





