इंदौर| मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल की सियासत में सक्रिय रहने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय धनतेरस पर एक अलग अंदाज में नजर आए| धनतेरस के त्योहार पर वे अपनी पुश्तैनी किराना दुकान की गद्दी पर बैठे दिखे इस दौरान उन्होने ग्राहकों को सामान भी दिया, इंदौर के नंदानगर में कैलाश विजयवर्गीय की पुरानी किराना दुकान है हर साल धनतेरस को वे इसी दुकान पर दो घंटे के लिए बैठते हैं, सियासत में रहने के बावजूद उनका इस दुकान से पुश्तैनी लगाव है और किसी भी हालत में वे इस परम्परा को तोड़ते नहीं हैं|
विजयवर्गीय ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि ये उनका पुश्तैदी धंधा है। इस दुकान के साथ उनकी और उनके परिवार की यादें जुड़ी है। मेरी मां इस दुकान को दुकान माता कहती थी।अब वो इस दुनिया में नहीं है,लेकिन उनकी यादे आज भी दुकान से जुड़ी है।बदलते वक्त के साथ बदलाव आया है।ऑनलाइन की वजह से छोटे दुकानदारों को नुकसान हुआ है। लेकिन हमारी दुकान पर फर्क नहीं पड़ा हमारे आज भी पुराने ग्राहक जुड़े है,जिनकी तीसरी पीढ़ी भी इसी दुकान से सामान लेती है। उनकी दुकान इंदौर में काकाजी के नाम से भी जानी जाती है। इसे कैलाश की माताजी ने शुरू किया था।