नई दिल्ली। हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायल का बदला पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। इजरायली सैनिकों ने सिनवार को काफी ज्यादा तड़पा-तड़पा कर मार गिराया है, जिसका एक वीडियो भी ड्रोन कैमरे के जरिए शूट किया गया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इजरायल सेना ने DNA टेस्ट के जरिए सिनवार की मौत की पुष्टि की है। इसके बाद इजरायल के लोगों ने राहत की सांस ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस तरह से शैतान सिनवार को मारा गया है, उस देखकर लगभग 57 मुस्लिम देशों के लोगों के होश उड़ गए हैं। फिलहाल, इस बड़े किस्से के बाद इसपर कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। गाजा में भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
Drone footage of an injured Sinwar moments before he was Eliminated pic.twitter.com/om8fXovN8r
— Mossad Commentary (@MOSSADil) October 17, 2024
हमास ने 1200 लोगों का किया था कत्ल !
बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के सैनिकों ने इजराइल में सिनवार के आदेश पर हमला किया था। इसके बाद यहां युद्ध की स्थिति बनी हुई थी। लगातार बर्बरता की तस्वीरें सोशल मीडिया के जरिए सामने आ रही थी। दरअसल, याह्या सिनवार गाजा का लादेन कहा जाता था जो कि काफी खूंखार प्रवृत्ति का था। अब तक उसने लगभग 1200 से अधिक लोगों का कत्ल किया था। केवल इतना ही नहीं, उसके आदेश पर सैनिक 250 से अधिक लड़कियों और बच्चियों को उठाकर अपने साथ ले गए थे, जिन्हें हम आज में कैद करके रखा गया है जो आज भी उनके कब्जे में है।
अंतिम ड्रोन का वीडियो देख कांपी रूह
इसी बीच अब उसकी मौत की खबर ने लोगों की रूह को कंपा दिया है। तस्वीरों में उसकी उंगलियां कटी हुई है, हाथ कुचल हुआ है। केवल इतना ही नहीं, उसके सिर को भी उड़ा दिया गया है। हालांकि, इस घटना के बाद से हमास के लोग चुप बैठेंगे ऐसा सोचना गलत होगा। अभी भी यह जंग जारी है, जिसका एक वीडियो भी जारी किया जा चुका है। दरअसल, बेंजामिन नेतन्याहू ने इस वीडियो के जरिए कहा है कि इजराइल का दुश्मन चाहे पृथ्वी पर कहीं भी जाकर छुप जाए, हम उसे ढूंढ निकालेंगे।
जानिए कौन था सिनवार और कब से बना हमास का प्रमुख ?
याह्या सिनवार के इतिहास की बात करें तो वह कई बार इजराइली सेना के हाथ लग चुका है, लेकिन साल 2011 में वह वापस हमास की कमान संभालने लगा। इस दौरान लोगों के बीच डर पैदा करने के लिए वह उन लोगों का गला काटने लगा, जो इजाराइल के फेवर में थे। इससे वहां खौफ का माहौल बन गया। वहीं, 7 अक्टूबर के हमले के बाद आईडीएफ ने सिनवार को मारने की ठान ली। इसके लिए वह सूचना देने वाले मुखबिर को 4 लाख डॉलर देने की घोषणा भी कर दी।