दुनिया में खाने-पीने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है। वे नए-नए व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए किसी भी कोने में जाने को तैयार रहते हैं। किसी स्थान पर जाकर वहां की स्पेशल रेसिपी ट्राई करना उनकी मानव कॉपी होती है। जहां एक तरफ लोग घर पर भोजन करते हैं, तो वहीं एक बड़ा आंकड़ा भी है, जिसको खाना नसीब नहीं हो रहा है।
दुनिया में लोग भारी मात्रा में खाने की बर्बादी कर रहे हैं, लेकिन आज हम आपको उस देश के बारे में बताएंगे, जो खाने की बर्बादी के मामले में टॉप पर है।
खाना है जरूरी
जिंदा रहने के लिए रोटी, कपड़ा और एक छत हर किसी के लिए मूलभूत जरूरत होती है। इसके लिए वह दिन-रात मेहनत करते हैं, ताकि दो वक्त की रोटी जुटा पाए। हालांकि, ऐसे भी लोग मौजूद हैं, जिनको भरपूर खाना मिलता है, इसलिए बिना कीमत को समझे खाने की भरपूर बर्बादी करते हैं, जो कि किसी अपराध से कम नहीं है।
नहीं मिल रहा पोषित आहार
मीडिया रिपोर्ट्स के मानें तो 100 करोड़ से भी अधिक लोग ऐसे हैं, जिन्हें खाने में पोषित आहार नहीं मिल पा रहा है। इसके बावजूद खाद्य पदार्थों की बर्बादी की जा रही है। आंकड़ों की बात करें तो यह करीब 23.4 करोड़ पहुंच चुका है, जो कि कुपोषण के शिकार हैं। सर्वे की गई रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में 33% खाना हर साल बर्बाद होता है। खाना खाने वालों में मात्र एक चौथाई हिस्सा शामिल है। यानी करीब 795 लोगों को ही खाना नसीब हो पाता है। हर साल करीब एक व्यक्ति 79 किलो भोजन की बर्बादी कर रहा है।
चीन
इस आंकड़े के मुताबिक, हर दिन दुनिया में करीब 100 करोड़ थालियों में खाना जा सकता है, लेकिन यह लोगों तक पहुंचाने के बजाय बर्बाद किया जा रहा है। इस मामले में चीन टॉप पर है। वहीं, भारत भी खाना बर्बाद करने के लिए लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। जारी आंकड़ों के मुताबिक, चीन में हर साल 91.6 मिलियन टन खाना बर्बाद होता है, जबकि भारत में यह आंकड़ा 68.8 मिलियन है। वहीं, अमेरिका भी इस लिस्ट में शामिल है, जहां 19.4 मिलियन टन खाना लोग बर्बाद करते हैं।
ना करें बर्बाद
यह आंकड़ा बहुत ही चिंताजनक है, क्योंकि दो वक्त का भोजन मिल पाना बहुत ही नसीब की बात है। ऐसे में भोजन को बर्बाद करने की अपेक्षा, या उसे कूड़े में फेंकने की बजाय जरूरतमंद और गरीबों में बांट दिया जाए, ताकि उनकी दुआओं के साथ-साथ उनका पेट भी भर सके।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)





