dire wolf भेड़िए की एक ऐसी प्रजाति है, जो दुनिया से कई सालों पहले गायब हो चुकी थी। लेकिन पुराने डीएनए और ग्रे वुल्फ के जीन का उपयोग करते हुए जेनेटिक साइंटिस्ट्स ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि यह प्रजाति एक बार फिर जीवित हो उठी।
Colossal Biosciences ने 7 अप्रैल 2025 को बताया की कि उन्होंने dire wolf को डी-एक्सटिंक्ट कर दिया है। यह दो पुराने फॉसिल्स से निकाले गए डीएनए और ग्रे वुल्फ की कोशिकाओं में 20 जीन एडिट्स के जरिए किया गया। इसके बाद क्लोनिंग और सरोगेट डॉग की मदद से गायब हुई प्रजाति के तीन बच्चों को जन्म दिया गया, जिनका नाम रोमुलस, रेमुस और खालेसी रखा गया। आपको बता दें कि रोमुलस और रेमुस एक साल पहले, यानी 2024 में ही पैदा हुए थे, जबकि खालेसी 30 जनवरी 2025 को पैदा हुई थी। कंपनी ने बताया कि इन बच्चों में dire wolf के गुण मिलते-जुलते हैं, जैसे कि इनके सफेद बाल और बड़ा साइज, जो एकदम गायब हो चुकी प्रजाति जैसा ही है।

आपको बता दें कि पहले इस टेक्नोलॉजी का उपयोग डॉली नाम की फीमेल भेड़ पर किया गया था, लेकिन पहली बार इसे किसी गायब हुई प्रजाति को जीवित करने के लिए इस्तेमाल किया गया, जो कि लगभग कामयाब माना जा रहा है।
किस तरह से हुआ जेनेटिक इंजीनियरिंग का यह करिश्मा
Colossal ने dire wolf का जीनोम 91% तक रिक्रिएट किया। इसके बाद दो फॉसिल्स से डीएनए लिया गया, फिर इसे ग्रे वुल्फ के शरीर में CRISPR टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए बदलाव किए गए। 14 जीन में 20 सुधारों के बाद इनकी कोशिकाएं सरोगेट डॉग के शरीर में डाली गईं, जिसके बाद 45 भ्रूणों में से 3 पर यह कामयाब रही। 6 महीने में रोमुलस और रेमुस 80 पाउंड वजनी हो गए हैं और 6 फीट तक बढ़ सकते हैं। फिलहाल इन्हें इंसानों से दूर रखा गया है।
क्या डायनासोर को भी इसके जरिए जिंदा कर सकेगी कंपनी?
X पर एक यूजर ने कंपनी को रीट्वीट करते हुए पूछा कि जब 12,500 साल पहले गायब हो चुके भेड़िए की यह प्रजाति जीवित हो चुकी है, तो क्या आप डायनासोर को भी एक बार फिर जीवित कर सकते हैं? इसका जवाब देते हुए कंपनी ने कहा कि फिलहाल तो हम यह नहीं कर सकते, लेकिन हमने रेयर dire wolf की प्रजाति को जरूर जीवित किया है, जो आपके सामने है। आप उन्हें देख सकते हैं।