दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाने वाले एलॉन मस्क से अमेरिका और यूरोप के लोग काफी नाराज आ रहे हैं। लोगों में मस्क के खिलाफ इतनी ज्यादा नाराजगी है कि पिछले 4 महीने में उन्होंने 100 से भी ज्यादा टेस्ला कारों में आग लगा दी। और यह सब तब देखा जा रहा है जब टेस्ला भारत में आने की तैयारी कर रही है।

मीडिया खबरों के अनुसार, अमेरिका और यूरोप के कई लोगों ने कई जगहों पर टेस्ला के चार्जिंग स्टेशन, टेस्ला की कारें और टेस्ला की अन्य प्रॉपर्टीज को नुकसान पहुंचाया, जिसकी वजह से टेस्ला कंपनी को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अमेरिकी एजेंसी के मुताबिक, 25 मार्च को टेस्ला पर हो रहे इस हमले की जांच के लिए उन्होंने एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
सरकारी कर्मचारियों को अचानक से निकला जाना एक बड़ी वजह बताई जा रही है
आपको बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलॉन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का हेड बनाया है। यह डिपार्टमेंट अमेरिकी सरकारी अफसरों के काम करने के तरीके और खर्चों पर नज़र रखता है। मस्क ने हेड बनने के बाद से ही तकरीबन 20,000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया और वहीं 75,000 के करीब लोगों ने अपनी मर्जी से नौकरी छोड़ दी है। इन सबके चलते अमेरिकी लोगों में मस्क के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है।
टेस्ला कंपनी ने भी की छटनी
टेस्ला ने फरवरी महीने में तकरीबन 4% से अधिक लोगों को निकाल दिया, जो टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कार बनाने वाली टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे थे। लोगों में इस तरह से अचानक अपनी नौकरियां छीन लेने के कारण बहुत ही ज्यादा गुस्सा है। टेस्ला के कर्मचारियों और कई अमेरिकी यूनियनों ने एलॉन मस्क पर यह आरोप लगाया कि मस्क ने अपने कर्मचारियों को बिना किसी पूर्व सूचना के ही नौकरियों से निकाल दिया। इसी वजह से वह लोग सड़क पर आ गए हैं।
टेस्ला से लोगों की नाराजगी चीनी कंपनी BYD के लिए बनी खुशखबरी
BYD एक चीन की कंपनी है, जो टेस्ला की ही तरह इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाती है। यह कंपनी अपनी शुरुआती दिनों में बैटरियां बनाती थी, लेकिन बाद में बाजार का रुख देखते हुए इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारें भी बनाने लगी। आज BYD दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी बन चुकी है। यह भी बताया जाता है कि भारत की घरेलू कंपनी महिंद्रा भी BYD की बैटरियों का उपयोग अपनी इलेक्ट्रिक कारों में करती है।
आपको बता दें, BYD इलेक्ट्रिक कारों में ही नहीं बल्कि बैटरी टेक्नोलॉजी में भी दुनिया में अपनी एक अलग छाप छोड़ रही है। अगर इसे टेस्ला से कंपेयर किया जाए तो BYD की सबसे सस्ती कार भारतीय रुपए में 8.25 लाख रुपए में आ जाती है। वहीं, अगर टेस्ला के सबसे सस्ते मॉडल की कीमत भारतीय रुपए में देखी जाए तो तकरीबन 28 लाख रुपए से शुरू होती है।