दुनिया का हर देश अपनी अलग-अलग खासियत के लिए जाना जाता है। यहां की समृद्ध संस्कृति, विरासत और परंपरा दूसरे देशों के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से देश की आर्थिक व्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। धरती का हर एक कोना अपनी अलग-अलग खासियत के लिए प्रसिद्ध है। कुछ स्थान ऐसे हैं जो अपने आप में अजूबा हैं, तो कुछ स्थान ऐसे हैं जिनके बारे में सभी लोग जानते हैं।
इससे पहले हम आपको दुनिया के कई देशों से रूबरू करवा चुके हैं जिनकी अलग-अलग खासियत और महत्व है। आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताएंगे जिसे दुनिया का सबसे पहला देश माना गया है।

दुनिया का पहला देश
दरअसल, इस देश का नाम साइप्रस है, जो दुनिया का पहला ऐसा देश है, जिसके झंडे पर पूरा का पूरा मानचित्र बना हुआ है। इस झंडे पर दो जैतून की पत्तियां भी हैं, जिससे वहां की विचारधारा और नजरिया भी प्रदर्शित होता है। इस देश के साथ-साथ इसके झंडे का भी अपना एक अलग इतिहास रहा है।
साइप्रस (Cyprus)
अमूमन दुनिया का हर देश यह चाहता है कि उसका झंडा दूसरे देशों के झंडे से काफी अलग दिखे, जिसे खास तौर पर डिजाइन करवाया जाता है। इनमें से कुछ झंडे काफी ज्यादा अनूठे हैं। कोई त्रिकोण आकार का है, तो कोई अपनी अन्य खासियत के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन इन दिनों साइप्रस का झंडा चर्चा में बना हुआ है। बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइप्रस की यात्रा पर गए थे, जो कि यूरोप और एशिया के बीच भूमध्य सागर में बसा एक छोटा सा देश है। यहां का झंडा सफेद रंग का है, जिसमें 2 जैतून की पत्तियों की टहनियां बनी हुई हैं। इसके ऊपर साइप्रस द्वीप का नक्शा बना हुआ है, जो द्वीप और देश की एकता को दर्शाता है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा झंडा है, जिसमें देश का नक्शा बना हुआ है।
खासियत
हालांकि, दुनिया में एक ऐसा और झंडा है, जिसमें उस देश का नक्शा मौजूद है, जिसे कोसोवो कहा जाता है। इस देश की खासियत की बात करें तो यहां की वाइन और परफ्यूम काफी ज्यादा खास हैं। यहां दुनिया की सबसे पुरानी वाइन मिलती है। इसके अलावा, यहां पर दुनिया की सबसे पुरानी परफ्यूम भी मिलती है। इस देश का झंडा नीले रंग का है। ऐसे में 2008 के बाद दुनिया में दो ऐसे देश हैं, जिनके झंडे में उनका नक्शा है।