अपने भारत सहित पूरी दुनिया भर के अमीर व्यक्तियों के बारे में सुना होगा, जो अपने परिवार के साथ लग्जरी लाइफ जीते हैं। उनके पास पैसों की कोई कमी नहीं होती। यह जब चाहे, कहीं भी बिना किसी चिंता के घूमने-फिरने जा सकते हैं, महंगे रेस्टोरेंट में खाना खा सकते हैं, लग्जरी गाड़ियों में घूम सकते हैं। कुछ लोगों के पास पहले से ही काफी पैसा होता है, तो कुछ लोग कड़ी मेहनत करके पैसा कमाते हैं।
आपने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति के बारे में तो अवश्य सुना होगा, लेकिन आज हम आपको दुनिया का सबसे गरीब आदमी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कमाई सुनकर आप सभी हैरान रह जाएंगे।

दुनिया का सबसे गरीब इंसान
फोर्ब्स रिच लिस्ट के अनुसार, जेरोम केर्विएल दुनिया का सबसे गरीब इंसान है। इनके पास खाने-पीने के लिए सब कुछ है, पहनने को कपड़े भी हैं, लेकिन उनके सिर पर इतना अधिक कर्ज रहा है कि उन्हें दुनिया के सबसे गरीब इंसान के खिताब से नवाजा गया। एक जमाने में यह लखपति हुआ करते थे, लेकिन कर्ज में डूब जाने के कारण यह दुनिया के सबसे गरीब इंसान बन गए।
कई बार उठाया गया सवाल
दुनिया में लाखों लोग ऐसे हैं, जिनके पास सिर छुपाने के लिए छत नहीं है। दो वक्त का खाना उन्हें नसीब नहीं होता, न ही उनके पास कपड़े और जूते हैं। उसके बावजूद जेरोम को दुनिया का सबसे गरीब इंसान क्यों बताया गया? दरअसल, जेरोम के सिर पर ₹495,068,952,000 का भारी-भरकम कर्ज है, इसलिए उन्हें यह टैग मिला है।
पोंट-अल आबे में हुआ जन्म
जेरोम की बात करें तो उनका जन्म फ्रांस के पोंट-अल आबे में हुआ था, जिनके पिता लोहार और मां हेयर ड्रेसर थीं। फाइनेंस में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने बैंक में जूनियर डायरेक्टिव ट्रेड की नौकरी शुरू कर दी। हालांकि, उनके अंदर अमीर बनने की बहुत अधिक भूख थी और वह कंप्यूटर का भी बहुत डिटेल्ड नॉलेज रखते थे। इसी जानकारी ने उन्हें दुनिया का सबसे गरीब इंसान बना दिया।
3 साल काटी जेल में सजा
जेरोम ने पता लगा लिया था कि कंपनी के सिस्टम में बहुत सारी खामियां हैं, जिसका फायदा उठाकर उन्होंने कंपनी के पैसों से आर्बिट्रेज ट्रेडिंग शुरू की। शुरुआत में उन्होंने काफी अच्छा पैसा कमाया, लेकिन बाद में उन्हें इतना अधिक घाटा हुआ कि वह आज तक उससे उभर नहीं पाए हैं। दरअसल, उन पर केस दर्ज किया गया था, जिसकी सुनवाई के बाद 3 साल की सजा साल 2015 में हुई। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपने जीवन को दोबारा पटरी पर लाने के लिए तमाम कोशिशें कीं, लेकिन शायद उन पर इतना अधिक कर्ज है कि इसे चुकाना उनके लिए नामुमकिन है।