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Sun, Dec 7, 2025

इमरान खान जिंदा हैं या नहीं? पाकिस्तान के कई शहरों में PTI का प्रोटेस्ट, बहन अलीमा ने खटखटाया इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा

Written by:Shyam Dwivedi
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जिंदा है नहीं? इस प्रकार की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। कुछ दिनों से उनकी सेहत और अन्य प्रकार अफवाहें फैल रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इमरान खान की जेल में मौत हो चुकी है इसलिए उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ये बात तब सामने आई जब उनकी बहनों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उनके भाई से मिलने नहीं दे रहा है।
इमरान खान जिंदा हैं या नहीं? पाकिस्तान के कई शहरों में PTI का प्रोटेस्ट, बहन अलीमा ने खटखटाया इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं। कुछ दिनों से उनकी सेहत और अन्य प्रकार अफवाहें फैल रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इमरान खान की जेल में मौत हो चुकी है इसलिए उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। ये बात तब सामने आई जब उनकी बहनों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उनके भाई से मिलने नहीं दे रहा है। इसके बाद उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं और समर्थकों ने बवाल मचा दिया है।

इमरान खान की बहनों नोरीन नियाजी, आलीमा खान और डॉक्टर उजमा का दावा किया है कि उन्हें तीन हफ्ते से अपने भाई से मुलाकात की इजाजत नहीं मिली है। अलीमा का कहना है कि इमरान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है और जेल प्रशासन ने उनको मारपीट करते हुए बाहर निकाल दिया है। भाई को ना देख पाने की वजह से उनकी बहनों में बेचैनी है। इसके बाद से ही इमरान की मौत की खबरें आग की तरह फैसले लगी हैं।

इमरान खान की बहन ने खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा

इमरान खान की बहन आलीमा खान ने शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट (IHC) में अडियाला जेल सुपरिंटेंडेंट और अन्य अधिकारियों के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की है। अलीमा का आरोप है कि उन्हें अपने भाई से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। याचिका के समय खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल आफरीदी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अन्य नेता मौजूद रहे।

इमरान-मुनीर की पुरानी दुश्मनी

अब पाकिस्तान में आसिम मुनीर के लिए इमरान खान को जेल में रखना एक निजी लड़ाई बन चुकी है। दोनों की दुश्मनी कई साल पुरानी है लेकिन यह सिर्फ व्यक्तिगत कड़वाहट भर नहीं है। इमरान के एंटी-एस्टैब्लिशमेंट नेता के तौर पर उभरने और जेल जाने के बाद पूरे सिस्टम को इस तरह ढाला गया कि मुनीर की शक्ति और पक्की हो सके। संवैधानिक बदलावों के बाद उन्हें आजीवन सैन्य नियंत्रण और पूरी प्रतिरक्षा मिली, जिसके बाद अदालत द्वारा आदेशित साप्ताहिक मुलाकातें तक रोक दी गईं।

पाकिस्तान की संसद में गूंजा इमरान खान का मुद्दा

इमरान खान का मुद्दा अब पाकिस्तान की संसद तक जा पहुंचा है। गुरुवार को PTI के सांसद फैजल जावेद ने कहा था कि हमारी मांग है कि अगले 24 घंटों में इमरान को उनके परिवार से मिलने दिया जाए। इमरान को पूरी तरह से एकांत कारावास में क्यों रखा गया है? जावेद ने संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया कि इमरान के परिवार को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा। उन्होंने इस मामले को सीनेट में भी उठाने की मंजूरी मांगी और सरकार से इस पर जवाब देने को कहा।

वहीं शहबाज सरकार और रावलपिंडी की अदियाला जेल बार-बार दावा कर रहे हैं कि इमरान खान बिल्कुल ठीक हैं, दुरुस्त हैं लेकिन इमरान का परिवार और उनकी पार्टी यह मानने को कतई तैयार नहीं है। कोर्ट से मुलाकात की अनुमति मिलने से बावजूद उनको इमरान खान की बहनों को मिलने नहीं दिया गया।

CM सोहेल अफरीदी ने पुलिस पर लगाए आरोप

इमरान खान का समर्थन करने रावलपिंडी की अडियाला जेल पहुंचे खैबर-पख्तूनख्वा राज्य के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को पुलिस ने गुरुवार को सड़क पर गिराकर पीटने का मामला भी सामने आया। CM सोहेल अफरीदी पर हमले की कार्रवाई सेना के आदेश पर की गई। अफरीदी गुरुवार को जिस समय जेल पहुंचे थे वहां भारी सुरक्षा तैनात थी और PTI समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ रही थी। उनके पहुंचने से हालात और बिगड़ गए।

पुलिस ने उन्हें और उनके साथ आए नेताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया। धक्का-मुक्की के दौरान पुलिसकर्मियों ने CM को लात-घूंसे भी मारे और जमीन पर गिरा दिया। PTI ने इस घटना को लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया है।