दुनिया के 99% देश ऐसे हैं, जहां एक साल में 12 महीने होते हैं। इसका पता हम कैलेंडर के हिसाब से लगाते हैं। कैलेंडर हमारे जीवन में वह महत्व रखता है, जहां हम तारीख, दिन और महीना जान पाते हैं और जिसके अनुसार काम करते हैं। पर आज हम आपको पृथ्वी के ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां वार्षिक कैलेंडर में 12 नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं।
इस तरह के सवाल अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं, इसलिए आपको इसका जवाब पता होना आवश्यक है। इसके अलावा सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी उस देश का नाम जान लें।
इथियोपिया
दरअसल, इस देश का नाम इथियोपिया है, जो कि दुनिया का इकलौता देश है, जहां ग्रेगोरियन कैलेंडर नहीं, बल्कि यहां खुद का ‘गीत’ कैलेंडर फॉलो किया जाता है, जिसमें कुल 12 नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं। हर देश की तरह इस देश में भी 30-30 दिन के महीने होते हैं, लेकिन 13वें महीने ‘पागूमे’ में पांच या लीप ईयर में 6 दिन होते हैं।
जानें वजह
हम सभी अभी 2025-26 में हैं, तो वहीं इथियोपिया अभी 2016-17 में चल रहा है। दरअसल, इसके पीछे भी एक वजह जुड़ी हुई है। यहां रोमन चर्च द्वारा कैलेंडर एमेंडमेंट को नहीं अपनाया गया। साल 2019 में जब पूरी दुनिया में कोरोना ने दहशत मचा रखी थी, उस वक्त इथियोपिया के कैलेंडर में 2012 का साल चल रहा था। इस कैलेंडर में 31 दिसंबर को नया साल नहीं मनाया जाता, बल्कि 11 सितंबर को इस कैलेंडर के मुताबिक इस देश में नए साल की शुरुआत होती है। आज भी इस देश में उनका खुद का कैलेंडर इस्तेमाल किया जाता है, जिसे रोमन चर्च ने 525 ई. में बदला था, लेकिन इथियोपिया ने उस बदलाव को नहीं अपनाया।
होते हैं 7 सप्ताह
पूरी दुनिया में जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर महीने होते हैं, लेकिन इथियोपिया में महीनों के नाम भी अलग-अलग हैं। यहां के कैलेंडर में सप्ताह के 7 दिन नहीं, बल्कि 5 दिन होते हैं, जिस कारण गिनने का तरीका भी यहां अलग हो जाता है। यहां के कैलेंडर में एक महीने में 7 सप्ताह होते हैं। इसके अलावा, यह एकमात्र अफ्रीकी देश है, जिसे ब्रिटेन ने कभी गुलाम नहीं बनाया।





