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Fri, Dec 5, 2025

ज़िंदा है इमरान खान, अदियाला जेल में बहन उजमा से की मुलाक़ात, लगाए मानसिक प्रताड़ना के आरोप

Written by:Ankita Chourdia
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से उनकी बहन डॉ. उजमा खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में मुलाकात की। इस मुलाकात से इमरान के स्वास्थ्य को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगा, लेकिन उजमा ने बताया कि इमरान मानसिक प्रताड़ना का शिकार हैं और उन्होंने इसके लिए सेना प्रमुख आसिम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया है।
ज़िंदा है इमरान खान, अदियाला जेल में बहन उजमा से की मुलाक़ात, लगाए मानसिक प्रताड़ना के आरोप

Imran Khan alive

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से आखिरकार उनकी बहन डॉ. उजमा खान ने मुलाकात की है। यह मुलाकात रावलपिंडी की अदियाला जेल में हुई, जहां इमरान खान अगस्त 2023 से कई मामलों में कैद हैं। इस मुलाकात के बाद इमरान के स्वास्थ्य और उनकी कारावास स्थितियों पर चल रही विभिन्न अटकलों पर विराम लग गया है।

लंबे समय से इमरान खान के किसी भी पारिवारिक सदस्य को उनसे मिलने की अनुमति नहीं थी। करीब एक महीने से मुलाकात पर रोक के कारण सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य और कुशलता को लेकर कई तरह की अटकलें तेज हो गई थीं। यहां तक कि कई लोगों ने उनके जीवित होने पर भी सवाल उठाए थे। मंगलवार को इन अटकलों और परिवार से मुलाकात न होने के विरोध में इमरान समर्थकों ने पाकिस्तान की सड़कों पर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद उनकी एक बहन को उनसे मिलने की अनुमति दी गई।

मानसिक प्रताड़ना और आसिम मुनीर पर आरोप

मुलाकात के बाद डॉ. उजमा ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इमरान खान ठीक हैं और उनकी सेहत अच्छी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इमरान को अकेले कैद में रखा गया है और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। डॉ. उजमा के अनुसार, इमरान खान काफी गुस्से में थे और उन्होंने मौजूदा स्थिति के लिए सीधे तौर पर सेना प्रमुख आसिम मुनीर को जिम्मेदार ठहराया है।

जेल के बाहर सख्त सुरक्षा व्यवस्था

इस महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान रावलपिंडी और इस्लामाबाद में पाकिस्तान पंजाब सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। अदियाला जेल के बाहर आठ पुलिस थाना क्षेत्रों के स्टेशन हाउस ऑफिसर और वरिष्ठ अधिकारी तैनात रहे। अदियाला रोड के साथ पूरे रावलपिंडी पुलिस बल को तैनात किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जेल के आठ किलोमीटर के पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। सुरक्षा व्यवस्था के तहत स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए थे और निवासियों को आईडी कार्ड दिखाकर ही क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही थी।

खैबर पख्तूनख्वा सरकार पर भी खतरा

इमरान खान से जुड़ी इन खबरों के बीच एक और राजनीतिक चर्चा तेजी से फैल रही है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि खैबर पख्तूनख्वा में इमरान खान की पार्टी की सरकार को बर्खास्त कर राज्यपाल शासन लागू किया जा सकता है। दरअसल, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शनों में मुखर रूप से अपनी आवाज उठा रहे हैं, जिससे यह राजनीतिक संकट गहराता दिख रहा है।