Pakistan News: सरबजीत के हत्यारे अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की लाहौर में हुई मौत, अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूना

सरबजीत सिंह को पाकिस्तान की कोर्ट ने लाहौर और फैसलाबाद में साल 1991 में हुए बम धमाके में आरोपी बनाकर सजा-ए-मौत की सजा सुनाई थी।

Sarabjit

Pakistan News: पाकिस्तान से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है। अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की लाहौर में कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। अंडरवर्ल्ड डॉन अमीन ने ही पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या की थी। अमीन ने सरबजीत की हत्या ISI के इशारे की थी। वहीं अमीर सरफराज की हत्या के बाद पाकिस्तान की पुलिस प्रशासन सक्रिय होकर हत्या करने वालों की तलाशी में जुट गई है।

लाहौर की कोट लखपत जेल में हुई थी सरबजीत की हत्या

भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या 2 मई 2013 को लाहौर सेंट्रल जेल (कोट लखपत जेल) में हुई थी। इस दौरान जेल में ही अमीर सरफराज ने ISI के इशारे पर ही पॉलीथीन से गला दबाकर और पीट-पीट कर हत्या कर दी थी।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।