सऊदी अरब 2026 से 600 टूरिस्ट जगहों, जैसे लग्जरी होटल्स और रिसॉर्ट्स, में शराब बिक्री को मंजूरी देगा। ये कदम विजन 2030 के तहत पर्यटन बढ़ाने और 2034 विश्व कप की तैयारी के लिए है। केवल बियर, वाइन और साइडर बिकेंगे, जबकि सख्त नियम लागू रहेंगे। पब्लिक स्पेस और घरों में शराब बैन रहेगा। ये नीति UAE और बहरीन से टूरिज्म में मुकाबले का हिस्सा है।
1932 में बने नियमों के बाद पहली बार शराब नीति में बदलाव किया है। 2026 से 600 टूरिस्ट लोकेशंस, जैसे नियॉम, रेड सी प्रोजेक्ट और फाइव-स्टार होटल्स, में वाइन, बियर और साइडर बिक्री की अनुमति मिलेगी। विजन 2030 का हिस्सा, ये फैसला 2034 विश्व कप और 2030 एक्सपो के लिए पर्यटन बढ़ाने का है। 20% से ज्यादा अल्कोहल वाले ड्रिंक्स पर बैन रहेगा। सख्त लाइसेंसिंग और ट्रेनिंग के साथ बिक्री होगी, ताकि इस्लामिक मूल्यों का ध्यान रखा जाए।

विजन 2030 का बड़ा कदम
सऊदी अरब ने 73 साल पुराने शराब बैन को 2026 से चुनिंदा 600 जगहों, जैसे नियॉम, सिंदालह आइलैंड और लग्जरी रिसॉर्ट्स, में हटाने का ऐलान किया। ये विजन 2030 का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य तेल पर निर्भरता घटाकर पर्यटन को बढ़ाना है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की अगुवाई में ये नीति 2034 विश्व कप और 2030 एक्सपो के लिए है। केवल बियर, वाइन और साइडर बिकेंगे, और सख्त नियमों के साथ लाइसेंस्ड स्टाफ ही सर्व करेगा। पब्लिक जगहों, घरों और रिटेल स्टोर्स में बैन रहेगा। UAE और बहरीन की तरह, ये कदम टूरिज्म और जॉब्स बढ़ाने के लिए है, बिना सांस्कृतिक मूल्यों से समझौता किए।
सख्त नियमों के साथ नई शुरुआत
1932 में सऊदी अरब ने शराब पर बैन लगाया था, लेकिन 2026 से 600 टूरिस्ट हब्स, जैसे डिप्लोमैटिक जोन और रेड सी प्रोजेक्ट, में बिक्री शुरू होगी। ये नीति 2034 फुटबॉल विश्व कप और 2030 एक्सपो की तैयारियों का हिस्सा है, जो सऊदी को ग्लोबल टूरिज्म में बड़ा प्लेयर बनाएगा। केवल 20% से कम अल्कोहल वाले ड्रिंक्स बिकेंगे, और सख्त लाइसेंसिंग नियम लागू होंगे। पब्लिक स्पेस, घरों और स्टोर्स में शराब बैन रहेगा, ताकि इस्लामिक वैल्यूज बरकरार रहें। ये कदम UAE और बहरीन के मॉडल से प्रेरित है, जो टूरिज्म को बढ़ाएगा और सऊदी की इकॉनमी को डायवर्सिफाई करेगा।