जबलपुर में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है लेकिन अच्छी बात ये रही कि साइबर ठग अपने इरादे में कामयाब नहीं हो पाए उससे पहले पुलिस पहुँच गई, पुलिस ने पीड़ित महिला के हाथ से मोबाइल लिया, ठग ने पूछा आप कौन है एडिशनल एसपी ने कहा तुम्हारे पिताजी बोल रहे हैं इतना सुनते ही ठग ने फोन काट दिया और महिला के साथ होने जा रही 70 लाख रुपये की ठगी बच गई।
पुलवामा हमले हुए आतंकी हमले का डर दिखाकर 68 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षिका और उनके पति को साइबर ठगों ने ना सिर्फ 4 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा, बल्कि 70 लाख रुपए की डिमांड भी कर दी। ठगों से डरी महिला मंगलवार को जब बैंक जा रही थी, तभी रास्ते में उनकी एक एडवोकेट दोस्त से मुलाकात हो गई। उन्होंने सारी बात उन्हें बताई, जिसके बाद पुलिस को ठगी की सूचना दी गई। एएसपी जितेंद्र सिंह महिला टीचर के घर पहुंचे तो साइबर ठग वीडियो कॉल पर था। जैसे ही पुलिस अधिकारी ने ठग से बात की तो उसने फोन कट कर दिया। साइबर पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलवामा हमले का जिक्र कर महिला को किया डिजिटल अरेस्ट
बाई के बगीचा में रहने वाली रिटायर्ड शिक्षिका के मोबाइल पर 6 दिसंबर को कॉल आया, जिसने उनसे एटीएस अधिकारी बनकर बात की और फिर डिजिटल अरेस्ट में रखा। पुलवामा हमले का डर दिखाकर उनसे 70 लाख रुपए की मांग की। एटीएस अधिकारी बनकर युवक बोला कि पुलवामा में आतंकी गतिविधियों से जुड़े एक मामले में उनके खाते से 70 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं। इतना ही नहीं ठगों ने RBI और एटीएस जांच का हवाला देकर उन्हें डराया। महिला और उनके पति को घर से बाहर निकलने, पर्दा खोलने-बंद करने तक के लिए अनुमति लेनी पड़ रही थी। ठगों ने बच्चों और रिश्तेदारों की पूरी जानकारी भी हासिल कर ली।
नकली एटीएस डिपार्टमेंट गुप्र में ऐड किया
साइबर ठगों ने बुजुर्ग दंपति को धमकी देने के बाद उनके मोबाइल पर सिग्नल एप डाउनलोड करवाया। इसके जरिए उन्हें नकली एटीएस डिपार्टमेंट गुप्र में ऐड किया, जिसमें अलग-अलग नामों से फर्जी एटीएस के अधिकारी जुड़े हुए थे। इसी गुप्र के माध्यम से महिला और उनके पति को डराया जा रहा था। वीडियो कॉल के जरिए डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया।
पुलिस के फोन उठाते ही बच गए 70 लाख रुपये
एएसपी ने बताया कि महिला और उनके पति बहुत ज्यादा डरे हुए थे। साइबर ठगों ने पति को घर पर डिजिटल अरेस्ट रखा, जबकि शिक्षिका को बोला गया कि आरबीआई का एक खाता नंबर पर आपको 70 लाख रुपए जमा करने होंगे । भले ही इसके लिए आपको अपनी एफडी ही क्यों ना तोड़ना पड़े। ठगों की धमकी से दंपति इस कदर डरे थे कि जैसा वो कहते थे, वैसा बुजुर्ग दंपति करते थे, यहां तक वाशरूम भी जाते तो अनुमति लेकर ही जाते थे। लेकिन समय पर पुलिस के पहुँचने से उनकी जीवन भर कीकमाई लूटने से बच गई।
संदीप कुमार की रिपोर्ट





