EOW जबलपुर ने एक शिकायत की जाँच के आधार पर कैलाश देवबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों पर मामला दर्ज किया है, शिकायत के मुताबिक कैलाश देवबिल्ड ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड का 226 करोड़ रुपये का टेंडर लेने में फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल किया है।
जबलपुर के हाथीताल निवासी कैलाश देवबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध संचालक कैलाश शुक्ला पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी परफाॅमेंस सर्टिफिकेट तैयार करवाए और फिर उसी के आधार पर 226 करोड़ रुपए का टेंडर ले लिया। EOW तक शिकायत पहुंची तो एसपी अनिल विश्वकर्मा के निर्देश पर जब जांच हुई तो पता चला कि कैलाश देवबिल्ड ने हाईटेंशन लाइनों और सब स्टेशनों के बनाने के लिए नोयडा की जिस इनाॅकसविंड इंफ्रास्ट्रक्टर सर्विस लिमिटेड का लगाया था वह परफाॅमेंस सर्टिफिकेट उनके द्वारा जारी नहीं किया गया है।
EWO ने संचालकों पर दर्ज किया मामला
जांच के बाद जबलपुर EOW की टीम ने कैलाश देवबिल्ड इंडिया लिमिटेड कंपनी के प्रबंध संचालक कैलाश कुमार शुक्ला, डायरेक्टर सीमा शुक्ला, डायरेक्टर भानू शुक्ला के खिलाफ धारा 34, 420, 465,468, 471, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है। बता दें जबलपुर आर्थिक अन्वेषण तक शिकायत पहुंची कि कैलाश देवबिल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों के द्वारा फर्जी परफार्मेस सर्टिफिकेट लगाकर म.प्र. पावर ट्रांसमिशन कंपनी से ठेके प्राप्त गए हैं।
फर्जी परफॉर्मेस सर्टिफिकेट लगाकर लिया टेंडर
शिकायत की जांच हुई तो खुलासा हुआ कि कैलाश देवबिल्ड इंडिया के संचालक कैलाश कुमार शुक्ला, सीमा शुक्ला एवं भानू शुक्ला के द्वारा म.प्र. पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड शक्ति भवन रामपुर जबलपुर के टेण्डर क्रमांक-टी आर-36/16, टी आर 13/20 तथा टी. आर.-35/20को प्राप्त करने हेतु इनॉक्सविंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस लिमिटेड नोयडा का दिनांक 2-3-2017 का कूटरचित परफॉर्मेस सर्टिफिकेट लगाकर टेंडर प्राप्त किया गया है।
नोयडा की कंपनी ने सर्टिफिकेट देने से किया इंकार
नोयडा स्थित इनॉक्सविंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस लिमिटेड के कार्पोरेट कार्यालय से जानकारी मांगी गई तो बताया गया कि कैलाश देवबिल्ड को 220 के. व्ही. के विंड फार्म पूलिंग सब स्टेशन बनाने का ठेका दिया गया है। इस पर कंपनी की और से जवाब दिया कि वह परफॉर्मेस सर्टिफिकेट इनॉक्सविंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस लिमिटेड, नोयडा द्वारा जारी नहीं किया गया है। EOW ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संदीप कुमार की रिपोर्ट





