मध्य प्रदेश में मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्य चल रहा है, इसका खास उद्देश्य संदिग्धों की पहचान करना और मतदाता सूची को अपडेट करना है लेकिन अब भाजपा के ही विधायक और पूर्व मंत्री ने संदिग्धों की जाँच करने की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाये हैं और इसे लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखा है
पूर्व मंत्री एवं जबलपुर से भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने आज X पर एक पोस्ट शेयर कर जबलपुर में 1200 संदिग्ध व्यक्ति सामने आने की बात कही है, उन्होंने लिखा SIR में मिल रहे संदिग्ध व्यक्तियों की सघन जांच करके यह सुनिश्चित करना कि वे विदेशी नागरिक नहीं हैं। यह शासन का दायित्व है।
अजय विश्नोई ने सीएम को लिखा पत्र, की ये मांग
विश्नोई ने आगे लिखा – परंतु मध्यप्रदेश में किसी संदिग्ध व्यक्ति को निरुद्ध करके उसकी जांच करना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि पुलिस प्रशासन को IPC की धारा 109 (BNSS की धारा 128) के उपयोग पर DGP के आदेश के कारण 12 सालों से रोक लगी हुई है। मैंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। उम्मीद है विषय की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र निर्णय किया जाएगा।
5 करोड़ 57लाख गणना पत्रकों का डिजीटाइजेशन पूरा
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्य प्रदेश संजीव कुमार झा के मुताबिक प्रदेश में गणना पत्रकों के डिजिटाइजेशन का कार्य तेज गति से जारी है।अभी तक मध्य प्रदेश में लगभग 5 करोड़ 57लाख गणना पत्रकों का डिजीटाइजेशन पूरा हो चुका है। जो कुल कार्य का 97% से अधिक है।15 जिलों अशोक नगर, नीमच, बैतूल, गुना, मंडला, डिंडोरी, शाजापुर, सीहोर, सीधी, उमरिया, बुरहानपुर, मंदसौर,सतना, टीकमगढ़ और अलिराजपुर में शत्-प्रतिशत डिजीटाइजेशन का काम हो चुका है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने समन्वित प्रयास की सराहना की
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झा ने डिजिटाइजेशन में लगे सभी शासकीय सेवकों, बीएलओ तथा सहयोगी नागरिकों के समन्वित प्रयास की सराहना की जिसके चलते निर्धारित समय से पहले ही कार्य पूर्णता की ओर है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में शत-प्रतिशत कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।
संदीप कुमार की रिपोर्ट





