भ्रष्ट शासकीय सेवकों पर लगातार कार्रवाई के बावजूद रिश्वतखोरी बंद नहीं हो रही,, लोकायुक्त पुलिस इंदौर की टीम ने कल बुधवार को आलीराजपुर में पदस्थ खाद्य अधिकारी (कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी) रामा अवास्या को 50000/- रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था और आज इंदौर की ही टीम ने एक और खाद्य अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय इंदौर से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम नेगड़िया पोस्ट अंतरवेलिया तहसील व जिला झाबुआ के रहने वाले मनोज ताहेड़ ने एक शिकायती आवेदन दिया था जिसमें प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी आशीष आजाद और शासकीय उचित मूल्य की दुकान पीलिया खदान देवझिरी झाबुआ के सहायक सेल्समैन जितेन्द्र नायक पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाये थे।
बिना सूचना दिए शासकीय उचित मूल्य की दुकान कर दी निलंबित
आवेदक मनोज ताहेड़ ने कहा कि वो डॉ. भीमराव अंबेडकर बहुउद्देशीय सहकारी साख संस्था मर्यादित पिटोल बड़ी जिला झाबुआ द्वारा मेंहदीखेड़ा में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान (कोड कमांक-2104088) पर सेल्समैन का काम करता था। 19 सितम्बर को जिला आपूर्ति अधिकारी झाबुआ ने उसकी शासकीय उचित मूल्य की दुकान को बिना किसी सूचना दिये निलंबित कर, करूणा स्वयं सहायता नेगड़िया की शासकीय उचित मूल्य की दुकान (कोड कमांक-2104084) में संलग्न कर दिया था।
दुकान का निलंबन वापस लेने मांगी 50000 रुपये रिश्वत
इस कार्यवाही पर वो उसी दिन कलेक्टर कार्यालय झाबुआ स्थित खाद्य विभाग के ऑफिस गया, तो कलेक्टर ऑफिस के गेट पर उसे सहायक सैल्समैन जितेन्द्र नायक मिल गया, उसने जितेन्द्र से अपनी दुकान के निलंबन के संबंध में चर्चा की, तो उसने कहा मैं तुम्हारी दुकान का निलंबन हटवा दूंगा और FIR भी नही होने दूंगा, लेकिन इसके लिए तुम्हें जिला आपूर्ति अधिकारी आशीष आजाद साहब को कुछ खर्चापानी देना पडेगा।
सहायक सेल्समैन बोला जो बात करनी है मुझसे करो, साहब नहीं करेंगे
जितेन्द्र की बात सुनने पर उसने पूछा कि कितना खर्चापानी लगेगा, तो उसने कहा कि तुम रुको मैं साहब से बात करके आता हूँ। कुछ समय बाद जितेन्द्र नायक उसके पास आया और उसने आवेदक से कहा कि आशीष आजाद से बात करली है उन्होंने एक लाख रुपये देने पर दुकान का निलंबन हटाने का बोला है और कहा है कि FIR भी नहीं करेंगे। इस पर मनोज ताहेड़ ने कहा कि साहब से मिलवा दो, तो उसने कहा कि साहब नहीं मिलेंगे, जो बात करना है मुझसे करो।
रिश्वत की राशि मिलते ही लोकायुक्त पुलिस ने दोनों को दबोचा
रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मनोज ताहेड़ ने 21 सितम्बर 2025 को राजेश सहाय, पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में की। सत्यापन में शिकायत सही पाई जाने पर आज 25 सितम्बर 2025 को ट्रैपदल बनाकर आरोपी आशीष आजाद एवं आरोपी जितेन्द्र नायक को 50,000/- रुपये की रिश्वत लेते हुए जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय झाबुआ में रंगे हाथों पकड़ लिया गया। दोनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 एवं धारा 61(2) बी.एन.एस. 2023 के अंतर्गत कार्यवाही जारी है।





