MP Teachers Recruitment : प्रदेश के शिक्षक उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर है। प्रदेश में सरकारी स्कूल में 28000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया है। जिसके जरिए शिक्षक पात्रता परीक्षा के आधार पर शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है। इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। हालाकि विवादों के चलते एक बार फिर से मामला अधर में अटक गया है।
MP में करीब 28000 पदों पर भर्ती होनी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 के आधार पर उच्च माध्यमिक माध्यमिक सहित प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती की जा रही थी। जिसमें उच्च माध्यमिक और माध्यमिक के करीब 9000 पदों पर भर्ती होनी है। वही प्रथम काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी करते हुए दूसरी काउंसलिंग की प्रक्रिया जारी है लेकिन अब तक शिक्षक उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया।
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के तहत के 19000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया अटक गई है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए अब तक चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया में भी नए विवाद देखने को मिल रहे हैं। जिसके बाद मामला अधर में अटका हुआ है। चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया के बीच विवाद उत्पन्न होने की वजह से मामले को रोक दिया गया है।
1.94 लाख उम्मीदवार शिक्षक भर्ती की राह देख रहे
वहीं करीब 1.94 लाख उम्मीदवार शिक्षक भर्ती की राह देख रहे हैं। हालांकि उनका इंतजार लंबा हो सकता है। प्राथमिक शिक्षकों की पुरानी भर्ती पूरी नहीं होने के कारण नहीं भर्ती प्रक्रिया पर भी रोक लगा दी गई है। स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित स्कूल में उच्च माध्यमिक और माध्यमिक पदों पर भर्ती चॉइस फिलिंग विवाद की वजह से रुक गई है। जिसके बाद अब दोनों विभागों के आयुक्त का बयान सामने आया है।
मार्च के अंतिम सप्ताह तक नियुक्ति पत्र जारी होने की सम्भावना
मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त अभय वर्मा का कहना है कि जिन उम्मीदवारों को पहले नियुक्ति मिल चुकी है, उन्हें शामिल नहीं करने का उद्देश्य है की अन्य उम्मीदवारों को भी उसमें मौका मिले और स्कूल के खाली पदों को जल्दी भरा जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन उम्मीदवारों के अच्छे अंक हैं। उन्हें नवीन जगह पदस्थ किया जाएगा। उम्मीदवारों को इधर से उधर करने की तैयारी के बीच प्रशासन की कोशिश मार्च के अंतिम सप्ताह तक नियुक्ति पत्र जारी करने की है।
जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त का बयान
इस मामले में जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त संदीप सिंह का कहना है शिक्षकों की भर्ती के लिए दोनों विभाग के द्वारा संयुक्त काउंसिलिंग की जा रही है। निर्णय लिया गया कि जिन्हें पूर्व में नियुक्ति पत्र जारी किया जा चुका है। उन्हें दोबारा नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया जाएगा। उनकी जगह अन्य उम्मीदवारों को अवसर दिए जाएंगे। नियुक्ति पत्र कब तक जारी किया जाना है, इस संबंध में निर्णय स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लिया जाएगा।
बता दे कि प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 का आयोजन फरवरी और मार्च 2022 में किया गया था लेकिन अब तक काउंसिलिंग की प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है। दस्तावेज सत्यापन के बाद मामला फिर से अधर में अटक गया है। वहीं भर्ती प्रक्रिया को अनिश्चितकालीन समय के लिए भी टाल दिया गया है।
पुरानी प्रक्रिया पूरी होने के बाद होगी नई भर्ती
प्राथमिक शिक्षा के 19000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया के दस्तावेज सत्यापन को भी रोक दिया गया है वहीं उम्मीदवार स्कूलों की चॉइस फिलिंग शुरू कराने की भी मांग कर रहे हैं। इस मामले में लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त का कहना था कि प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के तहत 18527 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने के बाद ही नई भर्ती की जाएगी। मामला हाईकोर्ट में लंबित । है इसलिए प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही है। जल्द चॉइस फिलिंग कराई जाएगी। पुरानी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से नई भर्ती प्रक्रिया को भी टाल दिया गया है। 7500 पदों पर नई भर्ती के लिए 26 नवंबर को विज्ञापन जारी किया गया था।