MPHC JJA 2024: एमपी हाईकोर्ट जूनियर न्यायिक सहायक परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, ऐसे करें डाउनलोड, 20 जनवरी से एग्जाम 

एमपी हाई कोर्ट जूनियर असिस्टेंट भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध हो चुका है। इसके बिना एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं मिलेगी। आइए जानें आप कैसे प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं?

Manisha Kumari Pandey
Published on -

MPHC JJA 2024: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने जूनियर ज्यूडिशल अस्सिटेंट भर्ती परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए हैं। जिन भी उम्मीदवारों ने आवेदन किया है, वे ऑफिशियल वेबसाइट mphc.gov.in पर जाकर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए एप्लीकेशन नंबर/लॉगिन आईडी और पासवर्ड की जरूरत पड़ेगी।

एमपी हाई कोर्ट जूनियर न्यायिक सहायक भर्ती परीक्षा का आयोजन 20 जनवरी 2025 को ग्वालियर, सतना, भोपाल और उज्जैन में होगा। एग्जाम ऑनलाइन मोड में होगा। उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड में दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है। एग्जाम हॉल में प्रतिबंधित चीजों को न जाएं।

ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड (MPHC JJA Admit Card 2024)

  • सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
  • होमपेज पर Recruitment/Result सेक्शन के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • फिर ऑनलाइन एप्लीकेशन/एडमिट कार्ड के लिंक पर जाएं। नया पेज खुलेगा।
  • एमपीएचसी जूनियर ज्यूडिशल अस्सिटेंट एग्जाम 2024 एडमिट कार्ड के लिंक पर क्लिक करें।
  • एप्लीकेशन नंबर या लॉगिन आईडी और पासवर्ड दर्ज करके लॉग इन करें।
  • स्क्रीन पर एडमिट कार्ड दिखेगा। इसे अच्छे से चेक करें।
  • भविष्य के संदर्भ में प्रवेश पत्र का प्रिंट आउट निकाल कर अपने पास रख लें। इसके भी ना एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं मिलेगी।

इतने पदों पर होनी है भर्ती (MP High Court JJA Exam)

इस परीक्षा के तहत जूनियर न्यायिक सहायक के 40 पदों पर भर्ती होने वाली है। जनरल के लिए 21, ओबीसी के लिए 5, एसी के लिए 6 और एसटी के लिए 8 पद रिजर्व किए गए हैं। आवेदन प्रक्रिया 3 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक जारी थी। कलेक्शन पोर्टल 18 से 20 अक्टूबर तक खुला था। उम्मीदवारों को एप्लीकेशन फॉर्म में सुधार की अनुमति दी गई है।

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News