कान दर्द की समस्या से परेशान हैं तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खें, जल्द मिलेगी राहत

ear pain

Ear Pain: अक्सर हर इंसान को नींद बहुत प्यारी होती है। हालांकि कभी कभी शरीर में कुछ प्राब्लम्स होने के कारण रात भर सोना मोहाल हो जाता है। कभी कभी अचानक ही सोते समय कान में दर्द होना शुरू हो जाता है। जिसके कारण इंसान ठीक तरह से सो नहीं पाते हैं। कानों में दर्द ज्यादातर गंदगी और पानी चले जाने के कारण होता है। ऐसे में अगर आप भी रात को कान में दर्द होने के कारण परेशानी का सामना कर रहें तो परेशान न होइए। इस आर्टिकल में कुछ घरेलू उपाय बताएंगे जिनका उपयोग कर के आप कानों के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

लहसुन का करें उपयोग

अगर कान दर्द की समस्या है तो आप इसके लिए लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें इसके लिए आपको दो लहसुन की कली को दो चम्मच सरसों के तेल के साथ लहसुन के काले होने तक गर्म कर लें। फिर उसको ठंडा कर के दर्द होने वाले कान में दो या तीन बूंद डालें। इस प्रक्रिया को आप कुछ दिन करते हैं तो यह कान दर्द से राहत देगी।

प्याज के रस का उपयोग

कान दर्द की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप प्याज के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्याज के रस को थोड़ा सा गर्म करना पड़ेगा। जिसके बाद रस की दो तीन बूंदे कान में डालें। इससे आपको जल्दी ही कान दर्द से छुटकारा मिलेगा।

सरसों के तेल का करें उपयोग

कान दर्द की समस्या से छुटाकारा पाने के लिए आपको सरसों के तेल का उपयोग करना चाहिए। इसके लिए दो तीन बूंद सरसों के तेल को कुछ दिनों तक डालें, जिससे कानों में जमीं गंदगी साफ हो जाएगी और दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।

पिपरमिंट की पत्तियां

कानों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए पिपरमिंट की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए पिपरमिंट की पत्तियों के रस को निकालकर दो तीन बूंदों को कान में डालें। जिससे कान दर्द की समस्या से राहत मिल जाएगी।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है। अमल में लाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News