इन 5 आदतों से सुलझ जाएंगी जीवन की 80 प्रतिशत समस्याएं

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सबके सामने आजकल जो एक कॉमन समस्या है, वो है वक्त की कमी। हम अपने जीवन और नौकरियों में इतने उलझकर रह गए हैं कि अक्सर ही कई चीजों के लिए समय नहीं निकाल पाते। इस वजह से दूसरी और मुश्किलें भी पैदा हो जाती हैं। हमारे बाकी काम पेंडिंग होते जाते हैं और आसपास के लोग भी हमसें समय न देने को लेकर शिकायतें करने लगते हैं। आज हम आपके कुछ सॉल्यूशन लेकर आए हैं..जिन्हें अपनाने से आपकी 80 प्रतिशत समस्याएं सुलझ जाएंगी।

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  • अपने अगले दिन और रात की प्लानिंग एक रोज़ पहले कर लें। इससे आपको अपना शेड्यूल पता होगा और ऐन वक्त पर ये डिसाइड नहीं करना पड़ेगा कि अब क्या करना है। इसमें कौन से कपड़े पहनने हैं से लेकर खाने का मेन्यू और ऑफिस के टिफिन की तैयारी तक शामिल है। अपने ऑफिस के लिए कोई प्रोजेक्ट बनाना हो या फिर पावर पॉइट प्रेजेंटेशन रेडी करना हो..मन में उसकी भी तैयारी कर लें।
  • ऐसे काम जिनमें 5 मिनिट या उससे कम लग रहे हैं, उसे बाद के लिए न टालें। इनमें पानी की बॉटल भरना, कपड़े तह करना, किचन सेट करना, कपड़े प्रेस करना या फिर ग्रॉसरी ऑर्डर करना..कुछ भी हो सकता है। ये छोटे छोटे काम बाद में पहाड़ का रूप ले लेते हैं इसलिए इन्हें साथ साथ निपटाते जाइये।
  • अपने लिए एक मॉर्निंग शेड्यूल तैयार करें। आप जिस भी समय उठते हैं उससे सिर्फ आधा घंटा पहले उठिये और एक्सरसाइज कीजिए। कोई सुकूनदेह म्यूजिक सुनिये और थोड़ी देर शांति से बैठिये। सुबह की भागमभाग से पहले आपका ये ‘मी टाइम’ आपको दिनभर के लिए एक नई ऊर्जा और ताजगी देगा।
  • 80/20 का रूल फॉलो कीजिए। अपनी 80 प्रतिशत एनर्जी और टाइम ऐसे प्रोडक्टिव कामों में लगाइये जो आपको ठोस रिजल्ट देने वाले हैं और आपके जीवन में बड़ा असर रखते हैं। बाकी 20 प्रतिशत काम अपने आप सध जाएंगे या फिर आप उनके लिए कोई न कोई दूसरा विकल्प तलाश लेंगे। जैसे कि ऑफिस की कोई रिपोर्ट तैयार करना है तो किचन के काम के लिए हाउस हैल्प रख लीजिए। ऐसे छोटी छोटी बातें बड़ी मदद करेंगी।
  • चाहें कितने भी बिजी क्यों न हों..अपने आपको पर्याप्त आराम दीजिए। सही समय पर सोना और 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरुरी है। जब आपका शरीर और दिमाग ठीक रहेगा तभी बाकी काम हो सकेंगे। इसलिए अपने आपको कभी भी जरुरत से ज्यादा न थकाएं और नींद के साथ समझौता न करें।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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