खोलें अपनी आंखें! जानें सफल लोग कैसे खुद बनाते हैं अपनी किस्मत, 6 दमदार तरीके जो आपकी सोच बदल देंगे

क्या किस्मत वाकई मेहनत से जुड़ी होती है? सफल लोग बताते हैं कि 'लकी' बनने के लिए कुछ खास आदतें अपनानी पड़ती हैं। जानिए वो 6 ट्रिक्स जो आपकी जिंदगी की दिशा बदल सकती हैं।

अक्सर हम सोचते हैं कि कुछ लोग कितने ‘लकी’ होते हैं, उन्हें सही मौके मिलते हैं, सही लोग मिलते हैं, और सफलता (Successful People) उनके कदम चूमती है। लेकिन क्या ये सिर्फ किस्मत है? या फिर इसके पीछे कुछ खास आदतें और सोच होती है?

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सफल लोग किस तरह से अपनी ‘किस्मत’ खुद बनाते हैं। आइए जानते हैं वो 6 ट्रिक्स जो आपकी जिंदगी में भी चमत्कार ला सकती हैं।

1. ध्यान से सुनना

सफल लोग सिर्फ बोलते नहीं, बल्कि गहराई से सुनते हैं। मीटिंग हो, कैज़ुअल बातचीत या कॉफी ब्रेक, वे हर शब्द पर ध्यान देते हैं। क्यों? क्योंकि कई बार बड़े मौके छोटी बातों में छिपे होते हैं।

उदाहरण के लिए, एक नई जॉब ओपनिंग, किसी सीनियर का ट्रांसफर, या किसी प्रोजेक्ट की चर्चा, ये सब बातें अनौपचारिक बातचीत में सामने आती हैं। जो लोग ध्यान से सुनते हैं, वे इन संकेतों को पकड़ लेते हैं और सही समय पर एक्शन लेते हैं।

2. दूसरों की रणनीतियों को समझना

सफल लोग हमेशा दूसरों से सीखते हैं। वे किताबें पढ़ते हैं, पॉडकास्ट सुनते हैं, और सफल लोगों की आदतों को समझते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि वे सब कुछ कॉपी करते हैं, बल्कि वे यह जानने की कोशिश करते हैं कि कौन सी रणनीति उनके लिए काम कर सकती है।

उदाहरण के लिए, अगर कोई सफल व्यक्ति सुबह जल्दी उठकर मेडिटेशन करता है, तो वे भी इसे ट्राई करते हैं। अगर कोई अपने नेटवर्क को मजबूत करने पर फोकस करता है, तो वे भी उसी दिशा में काम करते हैं।

3. सही लोगों के साथ रहना

कहावत है, “आप उन पांच लोगों का औसत होते हैं, जिनके साथ आप सबसे ज्यादा समय बिताते हैं।” सफल लोग इस बात को समझते हैं और अपने आसपास ऐसे लोगों को रखते हैं जो उन्हें प्रेरित करते हैं, चुनौती देते हैं, और समर्थन करते हैं। वे मेंटर्स, स्मार्ट थिंकर्स, और मोटिवेटर्स के साथ समय बिताते हैं। इससे उन्हें नए आइडियाज मिलते हैं, सोचने का नया नजरिया मिलता है, और वे लगातार ग्रो करते हैं।

4. नेटवर्किंग के लिए हमेशा तैयार रहना

सफल लोग कभी भी नेटवर्किंग के मौके नहीं छोड़ते। वे नए लोगों से मिलते हैं, बातचीत करते हैं, और अपने विचार साझा करते हैं। वे जानते हैं कि हर नया कनेक्शन भविष्य में किसी बड़े मौके का दरवाजा खोल सकता है।

वे कॉन्फ्रेंस, सेमिनार, और सोशल इवेंट्स में सक्रिय रहते हैं। वे जानते हैं कि नेटवर्किंग सिर्फ बिजनेस कार्ड्स का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि एक मजबूत और विश्वसनीय संबंध बनाने का जरिया है।

5. जोखिम उठाना

सफल लोग जानते हैं कि बिना जोखिम उठाए बड़ी सफलता नहीं मिलती। वे सोच-समझकर, लेकिन साहस के साथ फैसले लेते हैं। चाहे वह नई जॉब हो, नया बिजनेस वेंचर, या कोई बड़ा निवेश, वे डरते नहीं हैं।

उदाहरण के लिए, वे एक अनजान व्यक्ति को ईमेल भेजने से नहीं हिचकिचाते, अगर उन्हें लगता है कि इससे कुछ नया सीखने को मिलेगा। वे नई चुनौतियों को स्वीकार करते हैं और उन्हें अवसर में बदलते हैं।

6. खुद पर विश्वास

सफल लोग खुद पर विश्वास करते हैं। वे जानते हैं कि अगर वे खुद पर भरोसा नहीं करेंगे, तो कोई और क्यों करेगा? वे अपने अंदर की आवाज सुनते हैं, आत्म-संवाद करते हैं, और खुद को प्रेरित करते हैं। वे असफलताओं से डरते नहीं हैं, बल्कि उन्हें सीखने का मौका मानते हैं। वे जानते हैं कि हर गिरावट के बाद उठना ही असली सफलता है।

क्या किस्मत वाकई मेहनत से जुड़ी होती है?
हां, मेहनत, सही सोच, और सही फैसलों से आप अपनी किस्मत खुद बना सकते हैं।

नेटवर्किंग क्यों जरूरी है?
नेटवर्किंग से नए मौके मिलते हैं, नए आइडियाज आते हैं, और आप अपनी सोच को विस्तृत कर सकते हैं।

जोखिम उठाना क्यों जरूरी है?
बिना जोखिम के बड़ी सफलता नहीं मिलती। सोच-समझकर जोखिम उठाना जरूरी है।

खुद पर विश्वास कैसे बढ़ाएं?
अपने छोटे-छोटे लक्ष्यों को पूरा करके, आत्म-संवाद करके, और सकारात्मक सोच अपनाकर।

दूसरों से सीखना क्यों जरूरी है?
दूसरों की गलतियों और सफलताओं से सीखकर आप अपने रास्ते को बेहतर बना सकते हैं।

 


About Author
Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News