World’s Most Dangerous Punishment : दुनिया में कुछ देशों में मौत की सजा दी जाती है जो सबसे ज्यादा खतरनाक मानी जाती है।जिनमें मृत्युदंड, जुर्माना आजीवन कारावास जैसी सजा शामिल हैं लेकिन इन सबसे अलग हटकर आज हम आपको इतिहास की सबसे भयानक सजाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपके रुह कांप उठेंगे जो इतिहास की सबसे भयानक सजा है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं उन सजाओं के बारे में…
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मधुमक्खियों से कटवाना
इतिहास के पन्नों पर एक और कड़ी सजा दी गई है। जिसमें इंसान को बांध कर उसके शरीर पर दूध और शहद का लेप लगाया जाता था और फिर उसे मधुमक्खियों के पास छोड़ दिया जाता था जो धीरे-धीरे इंसान को काट लेते थे। जिससे उस इंसान की तड़प-तड़प कर 5 से 7 दिनों में मौत हो जाती थी।
शरीर पर हथौड़े से वार
इतिहास की सबसे कठोर सजा में शरीर के अंगों पर हथौड़े से वार करना अत्यंत घातक होता है और यह अपराधिक क्रिया मानी जाती है जो कि बहुत ही खतरनाक सजा होता है। इससे शरीर की अंतरंग महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंच सकता है जो न केवल दर्दनाक होता है बल्कि बहुत अधिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
नुकीले खंभे से बांधकर सजा-ए-मौत
रोमानिया में अपराधियों को नुकीले खंभे से बांध दिया जाता था। जिसके बाद फिर धीरे-धीरे इंसान नीचे आता था, जिससे खंभे की नोक उसके शरीर में घुसती चली जाती थी। इस सजा के तहत इंसान को मरने में 3 से 4 दिनों का समय लगता था। एक बहुत भयानक और अमानवीय तरीका था जो अपराधियों के लिए लागू किया जाता था। यह सजा बेहद खतरनाक थी और मौत के साथ साथ दर्दनाक अनुभव भी प्रदान करती थी। वहीं, आजकल नुकीले खंभों का उपयोग करना एक अपराध है और अधिकांश देशों में इसे अवैध ठहराया जाता है।
रैक किलिंग
“रैक किलिंग” एक अत्याचार प्रथा है जिसमें बहुत से लोगों को एक साथ बांधकर, उन्हें उँगलियों या धड़ों से या फिर उनके शरीर के अन्य हिस्सों से सुलझाने वाले रैक पर लटकाया जाता है। रस्सी को तब तक खींचा जाता, जबतक उसके हाथ-पैर पूरी तरह अलग नहीं हो जाते। उन्हें शरीर के अन्य हिस्सों से भी कटाई जा सकती है।
उबालकर मारना
यह एक बेहद खतरनाक और जानलेवा अत्याचार है जिसमें व्यक्ति को एक बड़ी मात्रा में पानी में उबालकर मारा जाता है। इसके लिए आमतौर पर एक बड़ा बर्तन या टंकी का इस्तेमाल किया जाता है। यह अत्याचार अक्सर सजाए जाने वाले लोगों, निर्दोष लोगों या सामाजिक रूप से कमजोर लोगों पर किया जाता है। इस अत्याचार को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कानून द्वारा अवैध घोषित किया गया है और उसे रोकने के लिए कड़े कानूनी कदम उठाए जाते हैं। उबालकर मारना अति जानलेवा होता है और यह एक बेहद घिनौना अत्याचार है जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
ताबूत में बंद कर मारना
चीन में जिंदा इंसान को लोहे के एक ताबूत में बंद कर दिया जाता और धीरे-धीरे उसमें जलते हुए कोयले डाले जाते। कभी-कभी कोयले के ऊपर उस ताबूत को रख दिया जाता। यह एक बहुत खतरनाक विधि होती है, जो इंसान के लिए बहुत असह्य होती है। इसमें इंसान को उबाला जाता है जिससे उसके शरीर के अंग उछलने लगते हैं। धीरे-धीरे उबाल बढ़ता है और इंसान को मौत का सामना करना पड़ता है।
जिंदा दफन
यूरोपीय देशों में 15वीं सदी में लोगों को एक कफन में जिंदा बंद कर दिया जाता और कफन गुफा में या जमीन के अंदर गाड़ दी जाती। जिंदा दफनाना एक बेहद अत्याचारी और अमानवीय सजा है जिसमें व्यक्ति को जिंदा होते हुए धरती में दफना दिया जाता है। इसे धर्म, राजनीति और अन्य कई कारणों से किया जाता था। इसे एक बेहद अधिक अत्याचारी सजा माना जाता है जो मानवता के मूल्यों के विरुद्ध है। आजकल इस तरह की सजाएं कानूनी रूप से अवैध माना जाता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। MP Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है।)