जब एक शख्स ने 51 साल बाद लायब्रेरी में रिटर्न की किताब, अंदर लिखा ये नोट

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आपने कभी किसी लायब्रेरी (library) से बुक इश्यू कराई है। कई बार बुक लेने के बाद हम उसे लौटाने में देर कर देते हैं। ड्यू डेट के बाद किताब लौटाने पर कभी किसी को फटकार सुनने के मिली होगी तो किसी ने फाइन भी भरा होगा। लेकिन क्या हो अगर कोई बुक इश्यू कराने के 51 साल बाद उसे रिटर्न करे।

ऐसा ही कुछ हुआ वैंकूवर (Vancouver) में। यहां एक पब्लिक लायब्रेरी (Public Library) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है। इसमें बताया है कि एक शख्स ने 51 साल बाद लायब्रेरी की किताब रिटर्न की। किताब के अंदर एक नोट भी मिला है जिसपर लिखा है ‘आपकी लायब्रेरी से। खेद सहित। थोड़ी *51 साल* देर हो गई। लेकिन किताब अच्छी स्थिति में है।’ इस पोस्ट को साउथ हिल के वैंकूवर पब्लिक लाइब्रेरी (Vancouver Public Library of South Hill) ने शेयर किया है। ये किताब ‘द टेलिस्कोप’ (The Telescope) है जिसके लेखक हैरी एडवर्ड नील (Harry Edward Neil) है। पुस्तक के अंदर एक कार्ड पर है जिसपर 20 अप्रैल, 1971 तारीख अंकित है। लायब्रेरी ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि इस पुस्तक के साथ इतना प्यारा नोट मिला है कि अब इसके लिए कोई लेट फीस नहीं ली जाएगी।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।