ये मनोवैज्ञानिक तथ्य जानकर जल जाएगी दिमाग की बत्ती

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मनुष्य का दिमाग बेहद रहस्यमयी है। वैज्ञानिक लगातार Human brain पर रिसर्च करते रहते हैं और इसे लेकर बायलॉजिकल और साइकोलॉजिकल फैक्ट्स सामने आते रहते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मनोवैज्ञानिक तथ्य (psychological facts) बताने जा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर आप आश्चर्यचकित रह जाएंगे।

  • एक दिन के 70% समय हमारा दिमाग या तो बीती हुई बातों, घटनाओं को दिमाग में रिप्ले कर रहा होता है या फिर भविष्य में होने वाली किसी घटना के सफल होने की आशा कर रहा होता है।
  • शरीर की हर कोशिका पर गमारे विचारो का प्रभाव पड़ता है। नकारात्मक सोच से हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता (Immunity) घट जाती है और बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
  • मनोविज्ञान कहता है कि लोग आपके बारे में कुछ अच्छा सुनने पर कम यकीन करते हैं। लेकिन वहीं अगर कोई बुरी सुने तो उसपर तुरंत भरोसा कर लेंगे।
  • एक व्यक्ति के लिए खुद को ये समझाना सबसे मुश्किल कामों में से एक है कि अब उसे किसी की परवाह नहीं है।
  • 18 से 33 साल की उम्र के बीच व्यक्ति सबसे ज्यादा तनाव में रहता है। उम्र का ये दौर बीतने के बाद बाद धीरे-धीरे तनाव कम होता जाता है।
  • अगर किसी पुरुष को किसी शख्स से दुख मिला हो तो वे उसे माफ भले न करें लेकिन भूल जाते हैं। स्त्रियों के साथ स्थिति उलट है..वो किसी से दुखी हुई हों तो उसे माफ तो कर देती हैं लेकिन भूलती नहीं हैं।
  • अपना दुख और दूसरे का सुख हमेशा ज्यादा लगता है।
  • आज के समय में हाईस्कूल के बच्चों में तनाव या स्ट्रेस का जो लेवल है, 1950 के दशक में वो स्थिति मानसिक रोगियों के बराबर है।
  • ये वाली बात काफी रोचक है। अगर आप खुश है और खुशी के आंसू बह रहे हैं तो पहले दायीं आँख से आंसू निकलते हैं। वहीं दुख दर्द के आंसू पहले बायीं आँख से निकलना शुरू होते हैं।
  • जो लोग ज्यादा मजाकिया स्वभाव के या कॉमेडी करने वाले होते हैं, वे ज्यादा उदास और तनाव में रहते हैं।
  • बुद्धिमानी को लेकर ये तथ्य मजेदार है..मनोविज्ञान के अनुसार जो लोग बुद्धिमान होते हैं वह दरअसल खुद को दूसरों के मुकाबले कम आंकते हैं इसीलिए लोग उन्हें बुद्धिमान मानते हैं।
  • इंसानों का दिमाग आधे से अधिक समय केवल यादों को दोहराता है।
  • हममें से कई लोग बहुत खुश होने से सिर्फ इसलिए डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ बुरा हो जायेगा।
  • थके होने पर लोग ज्यादा ईमानदारी से जवाब देते हैं।
  • 90 प्रतिशत लोगों का दिमाग यह सोचता है कि काश समय कुछ पल के लिए पीछे चला जाए।
  • किसी व्यक्ति के साथ अधिक समय बिताने से आप उसकी आदतें अपनाने लगते हैं। इसीलिए अपने दोस्त हमेशा सोच समझकर बनाएं।
  • जो कपल अपने रिश्ते से खुश नहीं होते, वे सिंगर लोगों से ज्यादा उदासी और अकेलापन महसूस करते हैं।
  • किसी चीज को करते समय हमें जितनी खुशी होती है उससे ज्यादा खुशी उस घटना को याद करते समय होती है।

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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