क्या आपकी अपराजिता (Aparajita) की बेल भी सूनी-सूनी सी लगती है? फूल कम आते हैं या कलियां गिर जाती हैं? तो घबराने की जरूरत नहीं है। एक बेहद आसान, सस्ता और नेचुरल उपाय से आप जुलाई के महीने में अपनी बेल को फूलों से लदा हुआ देख सकते हैं।
इस सीक्रेट को खुद पेशेवर माली अपनाते हैं और इसका असर महंगे फर्टिलाइज़र से भी ज्यादा होता है। बस प्याज के छिलके मिट्टी में मिला दें और फिर देखें कैसे हर शाखा पर नीलापन और नीले फूलों की बारिश होने लगेगी।
अपराजिता के फूल बढ़ाने का नेचुरल फर्टिलाइज़र
1. अपराजिता की बेल को फूलों से भरने का आसान तरीका
अपराजिता एक सुंदर बेलदार पौधा है जो नीले, सफेद और कभी-कभी बैंगनी रंग के फूल देता है। आमतौर पर इसकी ग्रोथ मानसून में तेज होती है, लेकिन फूल कम आते हैं। इसकी मुख्य वजह होती है पोषक तत्वों की कमी। प्याज के छिलके इस कमी को प्राकृतिक रूप से पूरा करते हैं।
प्याज के छिलके में पोटैशियम, फास्फोरस और कैल्शियम जैसे मिनरल्स भरपूर होते हैं जो पौधे की जड़ों को मज़बूती देते हैं, मिट्टी की गुणवत्ता सुधारते हैं और फूल बनने की प्रक्रिया को तेज करते हैं। यही नहीं, ये छिलके पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं।
2. कैसे करें प्याज के छिलकों का सही इस्तेमाल
- एक बर्तन में एक मुट्ठी प्याज के सूखे छिलके लें।
- उसमें 1 लीटर पानी डालें।
- 24 घंटे तक ढंककर रख दें।
- अगली सुबह इस पानी को छानकर सीधे पौधे की जड़ों में डालें।
- सुखी खाद के रूप में ऐसे करें इस्तेमाल
- छिलकों को अच्छी तरह सुखा लें।
- इन्हें पीसकर पाउडर बना लें।
- हर 15 दिन में एक चम्मच पाउडर मिट्टी में मिलाएं।
- ये दोनों तरीके अपराजिता बेल की ग्रोथ और फ्लावरिंग को 2 हफ्तों में दोगुना कर देते हैं।
3. माली की सलाह
- प्याज के छिलकों का इस्तेमाल करते वक्त पानी ज्यादा न दें। मिट्टी नम रहे, भीगी नहीं।
- अपराजिता को रोजाना कम से कम 5-6 घंटे की धूप चाहिए। इससे फूल ज्यादा और गहरे रंग के आते हैं।
- एक बार छिलके वाली खाद डालने से ही फर्क दिखने लगता है, लेकिन नियमित इस्तेमाल से बेल फूलों से लद जाती है।
अपराजिता के फूलों के फायदे और लोकप्रियता
अपराजिता का धार्मिक महत्व बहुत गहरा है। इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और पूजा-पाठ में इसके फूलों का प्रयोग होता है। इसके अलावा, आयुर्वेद में इसे दिमागी शांति, त्वचा रोगों और बालों के लिए फायदेमंद बताया गया है।
गार्डनिंग लवर्स इसे बाउंड्री वॉल, गमलों और ट्रेलेस पर उगाते हैं क्योंकि यह कम जगह में भी तेजी से फैलती है और कम देखभाल में भी भरपूर फूल देती है। इसलिए अपराजिता को फूलों की रानी भी कहा जाता है।
प्याज के छिलकों से जुड़ी कुछ और गार्डनिंग ट्रिक्स
टमाटर और मिर्च के पौधों में भी डालें: प्याज के छिलके इन सब्जियों के पौधों में भी भरपूर फल और कम बीमारियों के लिए कारगर हैं।
खाद का फ्री और इको-फ्रेंडली विकल्प: अगर आप केमिकल खाद से बचना चाहते हैं तो प्याज के छिलके सबसे बेहतरीन विकल्प हैं। ये न तो मिट्टी को नुकसान पहुंचाते हैं, न ही पौधे को।
मिट्टी की संरचना सुधारते हैं: प्याज के छिलके मिट्टी की वायु संचरण क्षमता को बढ़ाते हैं जिससे जड़ें अच्छी तरह सांस लेती हैं और पौधा तेज़ी से बढ़ता है।





