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Mon, Dec 22, 2025

इन 3 लोगों के हाथ का खाना खाने से आती है घोर बदकिस्मती, कहीं आप अनजाने में तो नहीं कर रहे हैं ये भूल?

Written by:Bhawna Choubey
Published:
ज्योतिष शास्त्र में भोजन से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। खासतौर पर किन लोगों के हाथ का भोजन कभी नहीं करना चाहिए, ये नियम हमारी किस्मत और सेहत दोनों पर असर डालते हैं। जानिए ऐसे 3 लोगों के बारे में जिनका खाना ग्रहण करने से बचना चाहिए।
इन 3 लोगों के हाथ का खाना खाने से आती है घोर बदकिस्मती, कहीं आप अनजाने में तो नहीं कर रहे हैं ये भूल?

भारतीय संस्कृति में भोजन को देवता तुल्य माना गया है। इसे ग्रहण करने से पहले न सिर्फ शारीरिक स्वच्छता देखी जाती है, बल्कि भोजन देने वाले व्यक्ति की मानसिकता और ऊर्जा भी मायने रखती है। ऐसा माना जाता है कि जैसे विचार, वैसी ऊर्जा और वही ऊर्जा आपके भोजन के ज़रिए आपके शरीर और मन में जाती है।

ज्योतिष शास्त्र (Astro Rules) और आयुर्वेद में साफ कहा गया है कि कुछ खास लोगों के हाथ का भोजन करने से आपके जीवन में नकारात्मकता, बीमारियां और दुर्भाग्य बढ़ सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही 3 लोगों के बारे में जिनका बना हुआ खाना ग्रहण नहीं करना चाहिए।

किसके हाथ का भोजन ग्रहण करना अशुभ होता है?

1. क्रोधित और चिड़चिड़े स्वभाव वाले व्यक्ति के हाथ का खाना

अगर कोई व्यक्ति हमेशा गुस्से में रहता है, दूसरों को तिरस्कार की नजर से देखता है या उसका मन स्थिर नहीं है, तो ऐसे इंसान के हाथ का बना खाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

ज्योतिष के अनुसार, गुस्से और घबराहट जैसी नकारात्मक ऊर्जा भोजन में समा जाती है। जब आप ऐसा खाना खाते हैं तो वही ऊर्जा आपके शरीर में प्रवेश करती है, जिससे आपका मन अशांत, अव्यवस्थित और तनावग्रस्त हो सकता है।

2. रोगी या मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के हाथ का खाना

अगर किसी व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी है, खासकर मानसिक या छूत की, तो उसका बनाया भोजन ग्रहण करना ज्योतिषीय दृष्टिकोण से अशुभ माना गया है। ऊर्जा विज्ञान के अनुसार, बीमार व्यक्ति की थकान और नकारात्मकता भोजन के ज़रिए ट्रांसफर हो सकती है। इसका असर न केवल आपकी सेहत पर, बल्कि मानसिक संतुलन पर भी पड़ता है।

ध्यान दें: सेवा के भाव से अलग बात है, लेकिन अगर आपको रोजमर्रा में किसी बीमार या अत्यधिक मानसिक तनाव में रहने वाले व्यक्ति के हाथ का खाना मिलता है, तो उससे दूर रहना ही बेहतर है।

3. ईर्ष्यालु या छल-कपट करने वाले व्यक्ति के हाथ का खाना

जिन लोगों के मन में दूसरों के लिए द्वेष, ईर्ष्या, जलन या किसी प्रकार का कपट भाव होता है, उनका बनाया भोजन ग्रहण करना ज्योतिष के अनुसार आपके भाग्य को बिगाड़ सकता है।

ऐसे लोगों की नकारात्मक ऊर्जा भोजन में समाहित होकर आपके भीतर घुसती है। इसके कारण जीवन में लगातार रुकावटें, आर्थिक हानि और रिश्तों में दरारें देखने को मिलती हैं।

भोजन को केवल आहार न मानें

ज्योतिष में कहा गया है, “जैसा अन्न, वैसा मन।” इसका अर्थ ये है कि हमारा भोजन न केवल हमारे शरीर को, बल्कि हमारे मन को भी प्रभावित करता है। इसलिए खाना बनाते समय और खाने से पहले इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

  • भोजन बनाते समय विचार शुद्ध होने चाहिए।
  • खाना बनाते समय गालियां, लड़ाई या नकारात्मक बातें नहीं होनी चाहिए।
  • खाने से पहले भगवान का ध्यान कर, भोजन को धन्यवाद दें।