ट्रैवल का ट्रेंड तेजी से बदल रहा है। अब लोग सिर्फ इंस्टाग्राम वर्दी लोकेशंस नहीं ढूंढते, बल्कि अनुभव और थ्रिल की तलाश में निकलते हैं। यही वजह है कि एस्ट्रो टूरिज्म (Astro Tourism) आजकल युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
यह ऐसा टूरिज्म है जहां लोग खुले आसमान के नीचे दूरबीन से तारों, ग्रहों, उल्कापिंडों और यहां तक कि मिल्की वे को भी निहारते हैं। इसमें विज्ञान, रोमांच और शांत वातावरण का अद्भुत मेल है। भारत में भी अब कई जगहों पर एस्ट्रो टूरिज्म को प्रमोट किया जा रहा है, जहां साफ रातों में आप ब्रह्मांड की खूबसूरती का आनंद ले सकते हैं।
1. क्या है एस्ट्रो टूरिज्म और क्यों है ये खास?
एस्ट्रो टूरिज्म एक ऐसा अनुभव है जहां आप रात के समय स्पेस ऑब्जेक्ट्स जैसे तारे, ग्रह, आकाशगंगा, उल्का वर्षा आदि को साफ-सुथरे अंधेरे वाले क्षेत्रों में जाकर देखते हैं। इसके लिए लोग खास लोकेशंस पर जाते हैं जहां प्रदूषण कम हो और अंधेरा गहरा हो।
इस तरह के पर्यटन में लोग दूरबीन लेकर या एस्ट्रोनॉमी गाइड्स की मदद से ब्रह्मांड की गहराई को समझने की कोशिश करते हैं। कुछ जगहों पर एस्ट्रो कैम्प्स, स्टार वॉचिंग इवेंट्स और नाइट स्काई गाइडेड टूर भी आयोजित किए जाते हैं।
2. भारत में एस्ट्रो टूरिज्म के लिए बेस्ट जगहें
लद्दाख
हाई एल्टीट्यूड और साफ आसमान की वजह से यहां दुनिया की सबसे बेहतरीन स्टार गेजिंग होती है।
स्पीति वैली
बेहद शांत और प्रदूषण रहित, यहां पर सितारों की जगमगाहट साफ दिखती है।
रण ऑफ कच्छ
सफेद रेगिस्तान में तारों की रातें किसी फिल्मी दृश्य जैसी लगती हैं।
सारिस्का और अलवर
जयपुर के पास ये जगहें एस्ट्रो कैंप्स के लिए जानी जाती हैं।
3. क्यों युवाओं के बीच बन रहा है एस्ट्रो टूरिज्म नया ट्रेंड?
आज के युवा सिर्फ घुमक्कड़ी नहीं, बल्कि थीम बेस्ड ट्रैवल को पसंद कर रहे हैं। एडवेंचर और लर्निंग दोनों का मिश्रण उन्हें लुभाता है। एस्ट्रो टूरिज्म न सिर्फ एक नया अनुभव देता है बल्कि आपको विज्ञान के करीब ले जाता है।
इसके साथ-साथ सोशल मीडिया पर ऐसे एक्सपीरियंस की शेयरिंग भी इसका बड़ा कारण है। स्टार ट्रेल्स की फोटोज, मिल्की वे की टाइमलैप्स वीडियो और नाइट कैम्पिंग की झलकियां युवाओं को इस ओर खींच रही हैं।





