Zodiac Power Colour : मनोवैज्ञानिक दृष्टि से रंगों का है खास महत्व, मानसिक स्थिति सहित जीवन को करते हैं प्रभावित, जानें राशियों के लिए क्या है उनका ‘पावर कलर’

Kashish Trivedi
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Color Psychology, Zodiac Power Colour : रंगों का हमारे जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। रंग और मनोविज्ञान एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। रंग और मनोविज्ञान के बारे में हमारी समझ एक साथ मिलकर रंग चिकित्सा के क्षेत्र का निर्माण करती है। रंग चिकित्सा को क्रोमोथैरेपी के नाम से भी जाना जाता है। क्रोमोथैरेपी के जरिए प्रकाश स्पेक्ट्रम पर प्रत्येक रंग की एक अद्वितीय तरंग और कंपन देखने को मिलती है। इसके ऊर्जा का क्षेत्र मानव शरीर पर गहरा प्रभाव छोड़ता है और मानव शरीर सहित उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

रंगों को उर्जा का कारक माना गया है। सभी व्यक्तियों के अंदर के व्यवहार और विचार उनके लिए अलग-अलग रंगों का चयन करते हैं। रंग आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं। ऊर्जा को शांत कर सकते हैं। शक्ति को सशक्त बना सकते हैं और आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं।

आज हम बात करेंगे रंगों के मनोवैज्ञानिक तथ्य की और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी राशियों के लिए उनके परंपरागत रंगों के बारे में :

मेष

मेष एक अग्नि तत्व की राशि है और लाल रंग उनकी ऊर्जा को प्रभावित करता है। आत्मा को उत्तेजित करने के साथ ही मेष राशि वाले जुनून ऊर्जा और पहल को बढ़ावा देने वाले माने जाते हैं। मेष राशि में उत्साह देखने को मिलती है कि यह सक्रिय स्वभाव और जीवन के प्रति उत्सुकता का समर्थन करते हैं। ऐसे में लाल रंग इनके स्वभाव के अनुकूल परिणाम देता है। मेष राशि को लाल रंग अति प्रिय माना जाता है। मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल लाल ग्रह के रूप में भी जाना जाता है।

वृषभ

वृषभ राशि के लोग भावना का पोषण करते हैं।उनके लिए हरा रंग उपयुक्त माना गया है। वृषभ राशि प्रकृति और विकास से संबंध रखते हैं। ऐसे में हरा रंग उनके प्राकृतिक और विकसित मानसिकता को मजबूत करता है।वृषभ पूर्ण प्रगति का प्रतीक है। ऐसे में हरा रंग उनके विकास का प्रतिनिधित्व करता है और इसके साथ ही उनके अंदर उर्जा सक्रियता, पोषण और समृद्धि को बढ़ावा देता है।

मिथुन

मिथुन राशि वाले उत्साह से लबरेज रहते हैं और उनके अंदर जिज्ञासा और शानदार विचारों को प्रेरित करने की क्षमता होती है। ऐसे में पीला रंग उनके लिए अनुकूल माना गया है। पीला रंग प्रेरणादायक और जीवनदायिनी रंग है। मिथुन राशि के रोमांच उत्साहित स्वभाव के लिए पीला रंग उपयुक्त है। पीला रंग अपनी चारों ओर से हर चीजों को चमका देता है। मिथुन राशि वाले मन और बुद्धि के रंग के रूप में मानसिक शक्ति और ध्यान को बढ़ावा देते हैं। मिथुन आशावादी होते आत्मविश्वास सहित आत्म सम्मान से नाराज होते हैं। बहिर्मुखी स्वभाव के कारण यह आम लोगों से मेलजोल बढ़ाते हैं ।साथ ही मित्रता और रचनात्मकता में इनकी पकड़ मजबूत होती है। ऐसे में पीला रंग इन पर बेहद सक्रिय भूमिका निभाता है। साथ ही तर्कहीनता भय भावात्मक कमजोरी और अवसाद सहित चिंतन इनकी कमजोरी होती है।

कर्क

कर्क राशि वाले अंतर्ज्ञान से जुड़े होते हैं और एक साफ स्पष्ट के तहत उनके अंदर भावना का संचार होता है। चंद्रमा के चमकदार चेहरे की तरह चांदी और सफेद अंतर्ज्ञान और पवित्रता के रंग के गुण माने जाते हैं। ऐसे में सफेद और सिल्वर चांदी में संवेदनशीलता और को बढ़ावा देने की शक्ति होती है। प्यार को उसके सबसे गहरे स्तर पर प्रभावित होने की अनुमति कर्क राशि के लोगों द्वारा दी जाती है। ऐसे में शांति के प्रतीक होने के साथ ही को बढ़ावा देते हैं और अंतर्ज्ञान, स्वच्छता, स्पष्टता, पवित्रता, सरलता और दक्षता में निपुण होते हैं। हालांकि इनके अंदर नकारात्मकता के तौर पर बाधाए और अत्यधिक शीतलता देखने को मिलती है।

सिंह

सिंह में सकारात्मक भावना को मजबूती देने की चमक होती है। इसके साथ ही यह शक्ति और प्रतिष्ठा का प्रतीक है। इनमें अभिव्यंजक रंग को उत्साहित करने की क्षमता होती है। यह गर्मजोशी, आशावादी दृष्टिकोण का समर्थन करते हैं और उदार स्वभाव रखते हैं। ऐसे में इनके लिए गोल्ड बेहद अनुकूल रंग माना जाता है।

कन्या

कन्या राशि वाले पोषक और निरंतर विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाली राशि है। ऐसे में इनके लिए बुरा और हरा रंग बेहद अनुकूल माना जाता है। भूरा रंग स्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है और कन्या राशि में बेहद स्थिरता के गुण देखने को मिलते हैं। इसके साथ ही जीवन में अपनाए जाने वाले सावधान और व्यवस्थित दृष्टिकोण कन्या राशि की शक्ति है। प्रकृति में हरा रंग विकास का रंग माना जाता है और कन्या राशि आत्म सुधार की दिशा में अक्सर आगे बढ़ती है। ऐसे में हरा रंग उनके गुण का समर्थन करता है।

तुला

तुला राशि के लोग दिल को खोलने और उपस्थिति को नरम रूप में प्रस्तुत करने में विश्वास रखते हैं। यह एक बेहद शांत और आकर्षक उपस्थिति वाले व्यक्तित्व होते हैं। सूक्ष्म हवा के प्रतीक के साथ ही यह संतुलन स्थापित करने में विश्वास रखते हैं। साथ ही रिश्तो में मधुरता और प्रेम पूर्ण स्वभाव इनका स्वाभाविक गुण है। ऐसे में तुला राशि के लिए गुलाबी और नीला रंग इनके स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है और राशीचक्र के अनुसार इनके लिए बेहद अनुकूल रंग माना गया है। नीला रंग अक्सर मन का रंग कहा जाता है और सुखदायक होता है। ऐसे में शारीरिक प्रतिक्रिया की वजह मानसिक रूप से यह बेहद प्रभावित करता है। एकाग्रता को बढ़ाने के साथ ही मन को शांत करने के लिए नीला रंग बेहद उपयुक्त होता है।

वृश्चिक

राशि चक्र की गहरी और रहस्यमई राशि होने की वजह से वृश्चिक को अत्यधिक जिज्ञासु और परिवर्तन का केंद्र माना जाता है। ऐसे में काला रंग उनके स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही जहां बिच्छू रहता है ,वह जगह पूरी तरह से गहराई और कालेपन से गिरी होती है और सतह के नीचे देखने के लिए हर चीज पर सवाल उठाना उनकी इच्छा शक्ति को मजबूत करता है। वृश्चिक राशि में यही गुण पाई जाती है। पश्चिमी संस्कृति में काले रंग को मृत्यु और पुनर्जन्म का रंग माना गया है। वृश्चिक की जाने देने की ताकत और खुद को बदलने की क्षमता बढ़ाने की ताकत उन्हें पुनर्जन्म था और मृत्यु का कारक बनाती है। काले रंग का सकारात्मक पक्ष देखा जाए तो इसमें सुरक्षा भावनात्मक सुरक्षा दक्षता पदार्थ और ग्लैमर को तरजीह दी गई है जबकि नकारात्मक स्थिति में काला रंग भारीपन, मृत्यु, खतरा, शीतलता और उत्पीड़न को दर्शाता है।

धनु

राशि चक्र में धनु को आध्यात्मिकता और जागरूकता का कारक माना जाता है। ऐसे में बैगनी रंग धनु के दार्शनिक दिमाग का अवलोकन करते हैं। धनु प्राकृतिक भाग्य और सकारात्मक स्वभाव को प्रोत्साहित करते हैं। सकारात्मक दृष्टिकोण में बैगनी को आध्यात्मिकता सकारात्मकता जागरूकता, संयम, दूरदर्शिता, विलासिता और गुणवत्ता का कारक माना जाता है। वही धनु राशि के लोग अंतर्मुखी होने के साथ ही साथ कई स्थितियों में हीनता की भावना का समर्थन करते नजर आते हैं। ऐसे में बैगनी रंग उनके लिए बेहद उपयुक्त माना गया है। रॉयल्टी से इनका जुड़ा होता है और गुणवत्ता का संचार इनके अहम लक्षण होते हैं।

मकर

मकर राशि वालों को जीवन में सबसे मजबूत और व्यवहारिक रास्ता खोजने में मददगार माना जाता है। यह मजबूत और तटस्थ होते हैं। साथ ही इनमें दृढ़ता, विश्वसनीयता और पारंपरिकता को बढ़ावा देने की शक्ति होती है। ऐसे में मकर राशि के लिए मटमैला भूरा और भूरा रंग उनके स्वभाव अनुसार बेहद अनुकूल माना गया। इसके अलावा स्लेटी रंग भी उनके राशि के लिए बेहद पावरफुल रंग माना गया है।

कुंभ

कुंभ राशि वाले भी शानदार विचारों को प्रोत्साहित करते हैं और उनमें उर्जा को संतुलित करने के लक्षण पाए जाते हैं। कुंभ राशि वाले पानी और आकाश के बहुत निकट से से जुड़े होते हैं। ऐसे में नीला रंग उनकी विशालता का प्रतिनिधित्व करता है। कुंभ राशि वाले उच्च विचारों के बातचीत और प्रयोग में एक सहज प्रवाह निर्मित करते हैं। साथ ही इनका शासक ग्रह भी यूरेनस नीला है। ऐसे में नीला रंग इनके राशि को प्रभावित करता है। नीला रंग बौद्धिक, सकारात्मकता, बुद्धिमता, संचार, विश्वास, दक्षता,  शांति, कर्तव्य और शीतलता का प्रतीक माना जाता है। वही नकारात्मकता की बात करें तो शीतलता अलगाव सहित भावना की कमी इनमें नजर आती है।

मीन

राशि चक्र की सबसे सहज राशियों में मीन राशि का नाम लिया जाता है। हरा रंग उन्हें उपचार और नवीनीकरण को अच्छी तरह से प्रभावित करता है। उनमें अवचेतन की भावना होती है। जीवन के रंग के रूप में हल्ला अलंग उनके नवीकरण और प्रेरणा का प्रतिनिधित्व करते हुए उनके विकास और विचार को विकसित करता है। उपचार और कायाकल्प ऊर्जा को प्रोत्साहित करने में मीन राशि वाले आगे आते हैं। ऐसे में हरा रंग उनके अंदर संतुलित भावना, सकारात्मकता, संतुलन, ताजगी, सार्वभौमिक प्रेम और शांति का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि नकारात्मकता के रूप में उनके अंदर नीरसता, घबराहट और ठहराव देखने को मिलते हैं।

रंग का प्रभाव

लाल

  • सकारात्मक रूप में लाल रंग साहस शक्ति गर्मजोशी ऊर्जा बुनियादी अस्तित्व और उत्तेजना सहित पुरुषत्व और उत्साह का कारक माना जाता है।
  • नकारात्मक रूप में यह अवज्ञा, आक्रामकता सहित तनाव का कारक माना जाता है।

नीला

  • सकारात्मक रूप में नीला रंग बौद्धिकता सकारात्मकता बुद्धिमता संचार विश्वास दक्षता शांति कर्तव्य तक शीतलता और शांति का प्रतीक है।
  • वही नकारात्मक रूप में इन्हें भावना की कमी, अमित्रता, अलगाव और शीतलता देखने को मिलती है।

गुलाबी

  • सकारात्मक: शारीरिक शांति, पोषण, गर्मजोशी, स्त्रीत्व, प्रेम, कामुकता, प्रजाति का अस्तित्व।
  • नकारात्मक: अवरोध, भावनात्मक क्लौस्ट्रफ़ोबिया, क्षीणता, शारीरिक कमजोरी।

पीला

  • सकारात्मक रूप में पीला रंग आशावाद आत्मविश्वास आत्मसम्मान, बहिर्मुखी भावात्मक शक्ति मित्रता और रचनात्मकता का कारक मानी जाती है।
  • नकारात्मक रूप में यह तर्क हीनता, भय, भावात्मक कमजोरी, अवसाद, चिंता और आत्महत्या जैसे अवगुण का कारक है।

सफ़ेद

  • सकारात्मक: स्वच्छता, बाँझपन, स्पष्टता, पवित्रता, निर्मलता, सरलता, परिष्कार, दक्षता।
  • नकारात्मक: बाँझपन, शीतलता, बाधाएँ, अमित्रता, अभिजात्यवाद।

हरा

  • सकारात्मक रूप में हरा रंग संतुलन सद्भाव से ताजगी, सार्वभौमिक प्रेम, आराम, बहाली और जागरूकता सहित शांति का प्रतीक है।
  • नकारात्मकता गुण में ठहराव, ऊब , नीरसता और घबराहट इसका प्रतिनिधित्व करती हैं।

बैंगनी

  • सकारात्मक रूप में आध्यात्मिक जागरूकता दूरदर्शिता विलासिता प्रमाणिकता सच्चाई और गुणवत्ता इनके कारक होते हैं।
  • नकारात्मक रूप में अंतर्मुखता, पतन, दमन और हीनता इनके अवगुण माने जाते हैं।

भूरा

  • सकारात्मक: गंभीरता, गर्मजोशी, प्रकृति, सांसारिकता, विश्वसनीयता, समर्थन।
  • नकारात्मक: हास्य की कमी, भारीपन, परिष्कार की कमी।

नारंगी

  • सकारात्मक रूप में शारीरिक आराम भोजन गर्मी सुरक्षा कामुकता जुनून और प्रचुरता को प्रदर्शित करता है
  • जबकि नकारात्मक रूप में अभाव, हताशा, तुच्छता और अपरिपक्वता इसके अवगुण है।

काला

  • सकारात्मक: परिष्कार, ग्लैमर, सुरक्षा, भावनात्मक सुरक्षा, दक्षता, पदार्थ।
  • नकारात्मक: उत्पीड़न, शीतलता, खतरा, भारीपन इसके अवगुण है।

 

(Disclaimer : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है। विचार और भावनाओं के अनुसार राशियों के लिए अलग रंग भी उनकी व्यक्तिगत पसंद हो सकते हैं।)


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