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Wed, Dec 17, 2025

आपकी रोटी भी बन सकती है प्रोटीन और फाइबर का पावरहाउस, बस अपनाएं ये टिप्स

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
भारतीय रोटियों में अक्सर प्रोटीन और फाइबर की कमी रह जाती है, जिससे थकान और पाचन संबंधी दिक्कतें होती हैं। इसे पौष्टिक बनाने के लिए आपको इन आसान टिप्स का इस्तेमाल करना चाहिए। पढ़ें विस्तार से...
आपकी रोटी भी बन सकती है प्रोटीन और फाइबर का पावरहाउस, बस अपनाएं ये टिप्स

गांव की रसोई में सुबह-सुबह तवा गरम होता है, आटे की लोई बेलन से गोल करके चूल्हे पर फूलकर उसकी रोटी तैयार की जाती है। बता दें कि भारतीय घरों में रोटी भोजन का अहम हिस्सा माना जाता है। इसके बिना लोगों का पेट नहीं भरता है। वहीं, उसके पोषण को नजरअंदाज कर देते हैं। अक्सर थाली में मुलायम और स्वादिष्ट रोटियां तो मिल जाती हैं, मगर उनमें प्रोटीन और फाइबर की कमी रह जाती है। इसी कारण लोग जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं, पाचन कमजोर हो जाता है और शरीर को जरूरी एनर्जी भी नहीं मिल पाती।

ऐसे में रोटी को हेल्दी और पौष्टिक बनाने के लिए बस कुछ छोटे-छोटे बदलाव करने की जरूरत है। आज के आर्टिकल में हम आपको 5 आसान टिप्स बताएं, जिन्हें अपनाकर आप रोटी को पोषक तत्वों का खजाना बना सकते हैं।

मल्टीग्रेन आटा

गांव में दादी-नानी अलग-अलग अनाज पीसकर आटा बनाती थीं। यह परंपरा धीरे-धीरे कम हो गई, लेकिन यदि इसे फिर से अपनाया जाए तो सारी परेशानियां दूर हो सकती है। आप सिर्फ गेहूं का आटा खाने के बजाय उसमें ज्वार, बाजरा, रागी, चना या जौ मिलाएं। ये अनाज आपकी रोटी में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा कई गुना बढ़ा देंगे।

दाल का तड़का

दाल का नाम आते ही हम सब्जी के साथ खाने वाली दाल सोचते हैं। लेकिन अगर गेहूं के आटे में थोड़ा बेसन, सत्तू या बारीक पिसी हुई मूंग दाल मिलाएं, तो इसकी रोटियां आपको लंबे समय तक आपके पेट को भरा रखेगी।

सब्जियां

आजकल बच्चे सब्जियां खाने से कतराते हैं। ऐसे में आटे में कद्दूकस की हुई गाजर, लौकी, पालक या बारीक कटा प्याज और हरा धनिया मिलाकर रोटी तैयार करें। यह न केवल विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होगी, बल्कि बच्चों को सब्जियां खिलाने का तरीका भी है। यह रोटियां हर बाइट में हेल्दी और टेस्टी होंगी।

सीड्स

अक्सर हम छोटे बीजों को नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि उनमें पोषण का भंडार छुपा होता है। आटे में अलसी, तिल या चिया सीड्स का पाउडर मिलाएं। अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर होता है, जो दिल और पाचन के लिए बेहतरीन है। वहीं, तिल और चिया सीड्स से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इससे आपकी रोटी को न सिर्फ पोषण का टच मिलेगा, बल्कि एक अलग स्वाद भी आएगा।

आटे को गूंथने का सही तरीका

कहते हैं रोटी तभी स्वादिष्ट बनती है, जब आटा सही तरीके से गूंथा जाए। अगर आप हेल्दी रोटी चाहते हैं तो हमेशा बिना छना हुआ चोकर युक्त आटा इस्तेमाल करें। आटे को गूंथते समय पानी की जगह छाछ या दही डालें। इससे रोटियां और भी नरम बनेंगी और पाचन के लिए भी बेहतर होंगी। आटा गूंथने के बाद 15-20 मिनट ढककर रख दें, इससे रोटियां फूलकर तैयार होंगी।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)