Chilika Lake : अक्सर लोग अपने वीकेंड या लंबी छुट्टी पर कहीं-ना-कहीं घूमने जाना पसंद करते हैं। इसके लिए वह काफी पहले से ही डेस्टिनेशंस सर्च करना शुरू कर देते हैं। लोग चाहते हैं कि बेहद कम बजट में उनका ट्रिप बन जाए और वह इसे काफी यादगार बना सके। ऐसे में आज हम आपको उड़ीसा में स्थित चिल्का लेक के बारे में बताने जा रहे हैं। अगर आपने अभी तक यह झील नहीं देखी है, तो आपको यहां अवश्य जाना चाहिए जोकि एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।

तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इस झील की खासियत और यहां के कुछ प्लेस के बारे में बताते हैं, जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं।
यहां जाएं घूमने
- नालंबना
- सतपाड़ा
- ब्रह्मपुत्र
- बर्ड आइलैंड
- कालीजाई द्वीप
जानें इसकी खासियत
चिल्का झील ओडिशा का प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां भारत ही बल्कि एशिया की सबसे बड़ी लेक है। बता दें कि यह लगभग 1100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली है। यह स्थान जलीय वनस्पतियों, जीव जन्तुओं और पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां सूर्योदय और सूर्यास्त के आकर्षक नजारे पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इस झील में आप बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं। यहां अनेक प्रकार की मछलियां पाई जाती हैं। इसके अलावा, चिल्का झील में कई छोटे-छोटे द्वीप हैं, जहां पर सर्दियों में कैस्पियन सागर, ईरान, रूस और साइबेरिया से आए प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है।
कालिजाई मंदिर
इसके अलावा, आप कालिजाई मंदिर जा सकते हैं जोकि चिल्का झील के एक द्वीप पर स्थित है। बता दें कि इस मंदिर में मां काली की पूजा की जाती है। इस मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु चिल्का झील से नाव के जरिए पहुंचते हैं। यहां आपको शांति मिलेगी। साथ ही आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकते हैं।
इस समय जाएं यहां
हालांकि, चिल्का झील का मौसम पूरे साल में सुहाना रहता है, लेकिन अक्टूबर से मार्च के बीच यहां जाना बहुत सही होता है। इस समय ज्यादातर प्रवासी पक्षियां यहां आती हैं। इसलिए अगर आप भी यहां जानें का प्लान बना रहे हैं तो इस समय जा सकते हैं।





