क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी त्वचा की चमक, हड्डियों की मजबूती और जोड़ों की लचक का राज़ क्या है? क्या कभी सोचा है कि कुछ लोगों की त्वचा 40 के बाद भी 20 जैसी क्यों दिखती है या फिर कुछ बुजुर्ग 70 पार होकर भी मज़े से ट्रैकिंग कैसे कर लेते हैं? इसका जवाब है कोलेजन..शरीर का वो सुपरहीरो प्रोटीन जो हमें जवानी का अहसास दिलाता है।
कोलेजन शरीर में पाया जाने वो प्रोटीन है जो आपकी त्वचा, हड्डियों, बालों, नाखूनों और जोड़ों को ताकत देता है। लेकिन दिक्कत ये है कि उम्र के साथ ये सुपरहीरो धीरे-धीरे कमज़ोर पड़ने लगता है। आज हम कोलेजन के बारे में जानेंगे और ये भी समझेंगे कि कैसे उम्र बढ़ने के साथ इसे बनाए रख सकते हैं।

कोलेजन क्या है
कोलेजन एक खास तरह का प्रोटीन होता है जो हमारे शरीर में सबसे ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। इसे आप शरीर की प्राकृतिक ‘गोंद’ (glue) कह सकते हैं जो त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों, जोड़ों और नाखूनों को मजबूत और जुड़ा हुआ रखता है। चाहे आपकी त्वचा की चमक हो या जोड़ों की आसान गति, कोलेजन हर जगह अपनी जादुई भूमिका निभाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार कोलेजन के 28 से अधिक प्रकार हैं जिनमें टाइप 1 त्वचा और हड्डियों के लिए, टाइप 2 उपास्थि के लिए और टाइप 3 रक्त वाहिकाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।
कोलेजन क्यों ज़रूरी है
कोलेजन आपके शरीर का साइलेंट हीरो है। यह न सिर्फ आपकी त्वचा को जवान और लचीला रखता है, बल्कि हड्डियों को मजबूत बनाता है, जोड़ों को लुब्रिकेट करता है और बालों-नाखूनों को चमक देता है। बिना कोलेजन के आपकी त्वचा ढीली पड़ सकती है, जोड़ों में दर्द शुरू हो सकता है और हड्डियाँ कमज़ोर हो सकती हैं। यह प्रोटीन आपके शरीर को एक मजबूत ढांचा देता है ताकि आप हर उम्र में फिट और एक्टिव रह सकें।
उम्र के साथ कोलेजन की कमी
जैसे जैसे उम्र बढ़ती है..कोलेजन का उत्पादन कम होने लगता है। 25 की उम्र के बाद शरीर में कोलेजन का निर्माण हर साल लगभग 1-1.5% कम हो जाता है। 40 की उम्र तक यह कमी और स्पष्ट हो जाती है जिस कारण त्वचा में झुर्रियां, जोड़ों में अकड़न और बालों का पतला होना शुरू हो सकता है। इसके अलावा, कुछ बाहरी कारण भी हैं जो कोलेजन को नुकसान पहुँचाते हैं जैसे कि सूरज की अत्यधिक UV किरणें कोलेजन फाइबर्स को तोड़ देती हैं। धूम्रपान और शराब कोलेजन उत्पादन में बाधा पहुंचाते हैं। विटामिन सी और प्रोटीन की कमी कोलेजन संश्लेषण को प्रभावित करती है। हाई स्ट्रेस हार्मोन कोलेजन के टूटने की प्रक्रिया तेज़ करता है।
कोलेजन बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके
अच्छी खबर यह है कि आप कुछ प्राकृतिक तरीकों से अपने शरीर में कोलेजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए विटामिन सी से भरपूर आहार लें जैसे संतरा, कीवी, शिमला मिर्च, और स्ट्रॉबेरी। रोज़ एक गिलास नींबू पानी या एक मुट्ठी बेरीज आपके कोलेजन को चमक दे सकती हैं! प्रोटीन युक्त भोजन जैसे अंडे, मछली, चिकन और दालें अमीनो एसिड प्रदान करते हैं, जो कोलेजन के निर्माण में मदद करते हैं। सैल्मन और टूना जैसे ओमेगा-3 युक्त खाद्य पदार्थ त्वचा को अतिरिक्त पोषण देते हैं।हरी सब्जिया एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो कोलेजन को टूटने से बचाती हैं। हाइड्रेशन और अच्छी नींद कोलेजन के रखरखाव में मदद करती है।
कोलेजन सप्लीमेंट्स: डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें
आजकल बाज़ार में कोलेजन पाउडर, कैप्सूल और ड्रिंक्स उपलब्ध हैं और काफी डिमांड में भी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये सप्लीमेंट्स त्वचा की नमी और जोड़ों की सेहत में सुधार कर सकते हैं लेकिन इन्हें लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूरी है। हालांकि प्राकृतिक आहार हमेशा पहली पसंद होना चाहिए।