Fri, Dec 26, 2025

गर्मी के मौसम में कर रहे हैं ठंडी जगह की तलाश? यहां मनाएं परिवार के साथ पिकनिक, जानें पूरी जानकारी

Written by:Ronak Namdev
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अगर आप भी इस गर्मी के मौसम में ठंडक ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और कहीं ठंडी जगह जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। आज इस खबर में हम आपको एक ऐसी जगह बताएंगे जहां आप अपनी गर्मी का समय सुकून से बिता सकते हैं।
गर्मी के मौसम में कर रहे हैं ठंडी जगह की तलाश? यहां मनाएं परिवार के साथ पिकनिक, जानें पूरी जानकारी

अक्सर जब भी गर्मी बढ़ने लगती है, तो हम ठंडी जगह की तलाश करना शुरू कर देते हैं। इसके साथ ही गर्मियों की छुट्टियां भी लग जाती हैं, तो बच्चे बाहर जाने की जिद करने लगते हैं और कई लोग परिवार सहित बाहर जाने की योजना बनाते हैं। ऐसे में अगर आप भी कहीं जाने का प्लान कर रहे हैं, तो आज हम आपको इंदौर के पास मौजूद एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं जहां आपका गर्मी का समय बेहद शानदार तरीके से गुजर सकता है।

दरअसल, आज हम जो आपको जगह बता रहे हैं, वह एक ठंडी जगह है और इंदौर शहर से ज्यादा दूरी पर भी स्थित नहीं है, जिससे आप आसानी से इस जगह पहुंच सकते हैं और अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं। क्योंकि यह जगह आपके लिए बेहद शानदार हो सकती है।

जानिए कौनसी है जगह?

बता दें कि आज जो जगह हम आपको बता रहे हैं, वह इंदौर शहर से लगभग 70 किलोमीटर दूरी पर स्थित है और इस जगह का नाम तराणिया गांव है। तराणिया गांव के पास कनाड नदी बहती है। नदी के पास आपको बेहद ही ठंडक महसूस होगी और यहां का नजारा बेहद ही खूबसूरत है। गर्मी में आप अपने परिवार के साथ यहां पर पिकनिक मना सकते हैं। इस नदी की सबसे खास बात यह है कि इसमें साल भर पानी बहता है। ऐसे में यह यात्रा आपके लिए बेहद शानदार हो सकती है और आपको एक अलग अनुभव दे सकती है।

जानिए यहां कैसे पहुंचा जा सकता है

इसके अलावा अगर आपको राइडिंग करना पसंद है, तो यह जगह आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकती है। इतना ही नहीं, अगर आप भगवान में आस्था रखते हैं, तो भी यह जगह आपके लिए शानदार है, क्योंकि इस रास्ते में कई ऐसे मंदिर आते हैं जिनके आप दर्शन कर सकते हैं। यहां पहुंचने के लिए आपको इंदौर से चोरल आना होगा। चोरल के रास्ते पर ही शनि मंदिर बना हुआ है। शनि मंदिर के बाद औखलेश्वर मठ जाने का रास्ता नजर आएगा। इसी रास्ते पर आगे चलकर काटकूट के जंगल का रास्ता भी आएगा। यहां पर वन विभाग द्वारा बैरियर भी लगाए गए हैं। इन्हें पार करते हुए आप तराणिया गांव पहुंच सकते हैं।