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Fri, Dec 19, 2025

अगर जानना है भारत की संस्कृति तो इन गांवों को देखना न भूलें, आपको मिलेगा प्रकृति और संस्कृति का संगम

Written by:Ronak Namdev
Published:
आज के समय में देश में ग्रामीण पर्यटन को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है दरअसल सरकार द्वारा ऐसी कई योजनाएं चलाई जा रही है जिससे लोग गांव की तरफ आकर्षित हो इन पर्यटन मंत्रालय योजना में अतुल्य भारत पहला और ग्रामीण पर रिटर्न विकास योजनाएं शामिल है। 
अगर जानना है भारत की संस्कृति तो इन गांवों को देखना न भूलें, आपको मिलेगा प्रकृति और संस्कृति का संगम

यह तो आप जानते ही हैं कि भारत अपनी सांस्कृतिक और विरासतों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है लेकिन अक्सर जब भी हम घूमने का कहीं प्लान करते हैं तो हम पहाड़ों में या फिर लग्जरी जगह जाना पसंद करते हैं लेकिन आज समय बदल रहा है लोग भारत के संस्कृति और विरासतों को जानने की इच्छा रखते हैं और ग्रामीण संस्कृति की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं यही कारण है की सरकार द्वारा भी ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऐसी कई योजनाएं चलाई जाती है इनमें लोगों को गांव की संस्कृति से रूबरू कराया जाता है।

गांव में घूमने लोगों को न सिर्फ प्रकृति से जोड़ता है बल्कि इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में सुकून के पल भी देता है अक्सर हम शहरी जीवन शैली में इतने उलझा कहानी की सुकून चप्पल मिलना भी मुश्किल हो गया है। हालांकि यह न सिर्फ शहरी जीवन की भागदौड़ से राहत देता है, बल्कि स्थानीय समुदायों को आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाता है। आज हम आपको कुछ ऐसे गांवों के बारे में बताएंगे जहां एक बार तो जरूर जाना चाहिए।

माणा गांव, उत्तराखंड जरूर जाएं 

अगर आप भी भारत की ग्रामीण संस्कृति को देखना चाहते हैं तो आपको उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित माणा गांव एक बार जरूर जाना चाहिए । बता दें की यह गांव भारत का अंतिम गांव है, जो तिब्बत सीमा के पास बसा है। चमोली जिले में स्थित इस गांव को अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि इस गांव का रिश्ता महाभारत काल से जुड़ा है। उस दौरान पांडवों ने समय बिताया था और व्यास गुफा में महाभारत की रचना हुई थी।

शेखावाटी, राजस्थान भी जाएं 

इसके अलावा आप शेखावाटी, राजस्थान का एक गांव को भी घूम सकते हैं दरअसल यह गांव अपनी हवेलियों और फ्रेस्को चित्रों के लिए बेहद मशहूर है, अक्सर इसे “राजस्थान की खुली कला गैलरी” भी कहा जाता है। बता देंगे इन गांव में मंडावा, नवलगढ़ और फतेहपुर जैसे गांव शामिल है। अक्सर पर्यटक खूबसूरत हवेलियों, स्थानीय हस्तशिल्प और राजस्थानी संस्कृति का अनुभव करने के लिए यहां आते हैं। यह क्षेत्र अपनी आतिथ्य सत्कार और पारंपरिक व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। जैसे दाल-बाती-चूरमा के लिए यह राज्य बेहद ही प्रसिद्ध है।

खजुराहो के ग्रामीण क्षेत्र, मध्य प्रदेश

वहीं इसके साथ आप खजुराहो मध्य प्रदेश को चुन सकते हैं। यह जगह अपने विश्व प्रसिद्ध मंदिरों के लिए पहचानी जाती है, लेकिन इसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्र अक्सर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं मध्य प्रदेश हमेशा से ही संस्कृति से जुड़ा हुआ राज्य रहा है यहां के गांव आपको बेहद ही प्यारे लगेंगे यहां के लोग इस संस्कृति से जुड़े हुए हैं। आप इन गांवों के समुदायों के साथ समय बिता सकते हैं और मध्य प्रदेश की संस्कृति को करीब से देख सकते हैं।