अब काले होंठ की चिंता खत्म! ये 5 देसी नुस्खे आपकी मुस्कान को बना देंगे गुलाबी

काले होंठ दिखते हैं रूखे और बदरंग? कोई बात नहीं! कुछ देसी नुस्खे ऐसे हैं जो आपके होठों का रंग निखार सकते हैं – वो भी बिना महंगे प्रोडक्ट्स के। बस ये 5 घरेलू चीजें अपनाइए, और फर्क खुद देखिए। लड़के-लड़कियों दोनों के लिए असरदार हैं ये टिप्स।

बहुत से लोग अपने होठों के कालेपन (Dark Lips) से परेशान रहते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि इसका आसान इलाज उनके ही किचन में मौजूद है। महंगे लिप बाम या ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाने की ज़रूरत नहीं, जब आप कुछ देसी और असरदार उपायों से भी इसे हल कर सकते हैं।

चाय, सिगरेट, सूरज की तेज़ धूप या फिर सही देखभाल ना करने से होंठ काले पड़ने लगते हैं। ऐसे में ज़रूरत है सिर्फ थोड़ी समझदारी और थोड़ी नियमित देखभाल की। इस आर्टिकल में जानिए 5 ऐसे देसी नुस्खे जो ना सिर्फ आपके होंठों का रंग निखारेंगे, बल्कि उन्हें हेल्दी और सॉफ्ट भी बनाएंगे।

1. शहद और चीनी का स्क्रब

शहद और चीनी का मिश्रण एक प्राकृतिक एक्सफोलिएटर का काम करता है। इसके लिए एक चम्मच शहद में एक चम्मच चीनी मिलाएं और इस मिश्रण से होठों पर हल्के हाथों से मसाज करें। यह डेड स्किन को हटाकर होंठों को मुलायम बनाता है।

2. चुकंदर का रस

चुकंदर में प्राकृतिक रंगद्रव्य होते हैं जो होंठों को गुलाबी बनाने में मदद करते हैं। चुकंदर का रस निकालकर रात को सोने से पहले होठों पर लगाएं और सुबह धो लें। यह उपाय नियमित रूप से करने से होंठों का रंग हल्का होता है।

3. नींबू और शहद का मिश्रण

नींबू में ब्लीचिंग गुण होते हैं जो होंठों के कालेपन को कम करते हैं, जबकि शहद उन्हें मॉइस्चराइज करता है। एक चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच शहद मिलाएं और इसे होठों पर लगाएं। 10-15 मिनट बाद धो लें।

4. गुलाब की पंखुड़ियों का पेस्ट

गुलाब की पंखुड़ियों को कुछ देर दूध में भिगोकर पीस लें और इस पेस्ट को अपने होठों पर लगाएं। यह नुस्खा होंठों को नैचुरल तरीके से गुलाबी बनाने में बेहद असरदार है और होठों की रूखापन व कालापन भी दूर करता है।

5. नारियल तेल

नारियल तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है जो होंठों को हाइड्रेटेड रखता है। रात को सोने से पहले होंठों पर नारियल तेल लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें। यह होंठों को मुलायम और गुलाबी बनाता है।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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